आखिर WHO की सिफारिश के बाद UN ने भी माना 'भांग' ड्रग्स नहीं दवा, इतने देशों ने समर्थन में किया Vote
आखिरकार कई सालों के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने ऐतिहासिक वोटिंग के बाद माना कि भांग एक ड्रग्स नहीं बल्कि दवा है।

भांग (प्रतीकात्मक तस्वीर)
आखिरकार कई सालों के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने ऐतिहासिक वोटिंग के बाद माना कि भांग एक ड्रग्स नहीं बल्कि दवा है। यूएन ने बैठक में हुए मतदान के बाद भांग को एक दवा के रूप में मान्यता मिल गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिश के बाद यूएन ने फैसला लिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के मादक पदार्थ आयोग ने भांग को ड्रग्स की श्रेणी से बाहर कर दिया है और एक दवा के रूप में मान्यता मिल गई है। अब नए रुल के मुताबिक, भांग को अब भी गैर मेडिकल इस्तेमाल के तौर पर एक प्रतिबंधित ड्रग ही माना जाएगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के शोध में सिफारिश के बाद नशीली दवाओं के सबसे खतरनाक नामा जाने वाली भांग को 27 देशों ने वोट किया और समर्थन किया कि भांग एक दवा है। नारकोटिक ड्रग्स पर वार्षिक आयोग ने रिपोर्ट में कहा कि ड्रग्स एंड क्राइम ने वैश्विक नार्कोटिक ड्रग्स पर 1961 की एकल बैठक से भांग पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। यूएन में 27 देसों ने वोट किया था, जिसमें से 25 ने समर्थन में वोट किया।
वोट में साल 2019 डब्ल्यूएचओ की सिफारिश का पालन करते हुए भांग को कम खतरे वाली बताया गया। साथ ही कहा कि भांग नियंत्रण के स्तर पर निर्धारित की जानी चाहिए। कितनी मात्रा में आप ले सकते हैं। जो उपयोग से होने वाले नुकसान को रोक सके।

Udbhav Tripathi
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा हरिभूमि में बतौर एक्सप्लेनर के रूप में कार्यरत हूँ। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग में विशेष रुचि है।