International Women''s Day Speech: सुनिए दुनिया की 5 शक्तिशाली महिलाओं ने क्या कहा
''अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस'' हर साल 8 मार्च को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को बहुत महत्व दिया जाता और उन्हें देवी का रूप समझा जाता है।

'अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस' हर साल 8 मार्च को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को बहुत महत्व दिया जाता और उन्हें देवी का रूप समझा जाता है। महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए ही 8 मार्च को दुनियाभर में 'अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस' मनाया जाता है।
वहीं दुनिया के कई देशों में इस दिन राष्ट्रीय अवकाश भी रहता है। संस्कृत का एक श्लोक है- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:। इसका अर्थ है कि 'जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।'
लेकिन वर्तमान में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और शोषण जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है। इसलिए हमें अपनी संस्कृति को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के साथ हो रही ऐसी वारदातों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरुरत है।
सबसे पहले जर्मनी में उठा था 'अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस' का मुद्दा
सबसे पहले 28 फ़रवरी 1909 को यह दिन अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर मनाया गया था। इसके बाद इसे फरवरी के आखिरी रविवार को मनाया जाने लगा। साल 1910 में वूमेन्स ऑफिस की लीडर कालरा जेटकीन नाम की महिला ने जर्मनी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि हर देश को महिला को बढ़ावा और सम्मान देने के रूप यह दिन मनाना चाहिए। पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को अधिकारिक तौर पर 1911 में पहचान मिली थी। इस साल हम 107वां अतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने जा रहे हैं।
इस दिन को पूरे देश में खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। पुरुष इस दिन अपनी मां, बहन, पत्नी और बेटी को गिफ्ट भी देते हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सुने इन 5 सशक्त महिलाओं की स्पीच...
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App