नवरीत के गांव से प्रियंका गांधी का केंद्र पर निशाना, कहा- हम खड़े रहेंगे किसानों के साथ
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई ट्रैक्टर रैली हिंसा के दौरान नवरीत की मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस की गोली लगने से हुई। प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देकर मौत का कारण सिर पर चोट लगना बताया था। प्रियंका गांधी आज रामपुर पहुंची और नवरीत के अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हुईं। इसके बाद नाम लिए बिना मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी रामपुर में नवरीत सिंह के अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हुईं।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ट्रैक्टर रैली हिंसा के दौरान मारे गए नवरीत सिंह की अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल होने रामपुर पहुंची। यहां उन्होंने बिना नाम लिए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि इस आंदोलन से किसानों को कितनी परेशानी और नुकसान हो रहा है, सरकार को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों के लिए खड़ा रहेगी।
प्रियंका ने कहा कि शहीद का परिवार उसकी शहादत को कभी नहीं भूल सकता। आपका बेटा किसी राजनीतिक साजिश के लिए नहीं, बल्कि किसानों की जायज मांगों के लिए उनका समर्थन करने वहां गया था। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए, क्योंकि ये किसानों के खिलाफ हैं। आज किसान इन काले कानूनों को वापस कराने के लिए इतनी परेशानी झेल रहा है। किसानों को उनकी जायज मांगों के लिए आतंकवादी ठहराना और उनके आंदोलन को राजनीतिक साजिश की तरह देखना सबसे बड़ा अपराध है।
मैंने परिवार से बात की उनका साफ कहना है कि न्यायिक जांच होनी चाहिए। हम पूरी तरह से किसानों के साथ खड़े हैं। अगर आप उस बाॅर्डर(गाज़ीपुर बाॅर्डर) की फोटो देखें तो ऐसा लगता है कि देश का बाॅर्डर हैः प्रियंका गांधी, कांग्रेस https://t.co/9Vxl24VGTX pic.twitter.com/aVCLtZMbpb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 4, 2021
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि सरकार किसानों से बातचीत के रास्ते खोलेगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। नवरीत की अंतिम अरदास में शामिल होने के बाद प्रियंका ने बताया कि मैंने नवरीत के परिवार से बात की। उनका साफ कहना है कि इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। हम पूरी तरह से किसानों के साथ खड़े हैं।
नवरीत के परिजनों के आरोप
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई ट्रैक्टर रैली हिंसा के दौरान नवरीत की मौत हो गई थी। एक वीडियो सामने आया था, जिसमें नवरीत का ट्रैक्टर पलटता दिखाई दे रहा था। परिजनों ने आरोप लगाया था कि नवरीत की मौत गोली लगने से हुई है। इसके बाद विपक्षी दलों ने खूब बवाल मचाया था। हालांकि जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि नवरीत के शरीर पर कहीं भी गोली लगने या छूकर निकलने का निशान नहीं है। सिर में चोट लगने से उसकी मौत हुई है।

Amit Yadav
अमित कुमार पिछले 15 सालों से पत्रकारिता जगत में सक्रिय हैं। पंजाब केसरी, अमर उजाला, दैनिक भास्कर और दैनिक हिंदुस्तान के लिए दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ में करीब 9 साल तक कार्य किया। दैनिक भास्कर चंडीगढ़ में नेशनल पेज की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद दैनिक जागरण नोएडा की नेशनल टीम में भी कार्य किया। वे पिछले तीन सालों से हरिभूमि डिजीटल दिल्ली में कार्यरत हैं।