Motilal Vora News : जब कांग्रेस में ही मोतीलाल वोरा के खिलाफ उठी थी आवाजें, अहमद पटेल जैसे कद्दावर नेता भी हो गए थे नाराज
Motilal Vora News : कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोती लाल वोरा (Moti Lal Vohra) का आज दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया।

Motilal Vora News : कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोती लाल वोरा (Moti Lal Vora) का आज दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। बीती 20 दिसंबर को ही उन्होंने अपना 93वां जन्मदिन मनाया था। बीते दिनों उनकी तबियत बिगड़ने के बाद ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनके निधन के बाद कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में झंडा आधा झुकाया गया।
उनके निधन पर कांग्रेस नेत राहुल गांधी ने भी शोक जाता है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और शानदार इंसान थे। हम उन्हें काफी मिस करेंगे। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरा प्यार और संवेदनाएं। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल समेत कई दिग्गज नेताओं ने शोक जताया है।
कहते हैं कि अहमद पटेल के बाद वो ऐसे नेता थे, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए काफी काम किया। वो 2 बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। वहीं साल 2000 से 2018 तक पार्टी के कोषाध्यक्ष के पद पर बन रहे। उनके बाद अहमद पटेल को कोषाध्यक्ष बनाया गया था। बीते महीने 25 नवंबर को ही पटेल का निधन हो गया था।
जब दो फाड़ में बंट गई थी कांग्रेस
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोरा के नाम की मांग उठी थी। तब कांग्रेस दो भागों में बंट गई थी। कहते हैं कि जब कांग्रेस 2019 का लोकसभा चुनाव हार गई थी तो राहुल गांधी ने अपने पद इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद अंतरिम अध्यक्ष के लिए उनकी नामों की पार्टी में चर्चा होने लगी थी। लेकिन अहमद पटेल समेत कई नेता उनके खिलाफ हो गए थे। लेकिन इस उम्र में भी उनकी नजदीकियां सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ थी।
मोती लाल वोरा का जीवन परिचय
1927 में राजस्थान के नागौर जिले में जन्मे मोतीलाल वोरा ने एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था। पहले वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए, लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए और 1972 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक चुने गए। मोतीलाल वोरा इससे पहले कई मौकों पर कैबिनेट मंत्री के रूप में काम कर चुके थे। 1985 में उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया। एक पद जिसे उन्होंने तीन साल बाद केंद्र में शामिल होने के लिए छोड़ दिया। 1993 में उन्हें उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया।