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'टीका उत्सव' के पहले दिन 27 लाख से ज्यादा लोगों ने ली कोरोना वैक्सीन की डोज

मंत्रालय ने का कहना है कि देशभर में टीका उत्सव अभियान के पहले दिन कई कार्यस्थल टीकाकरण केंद्रों का संचालन हुआ। देश में औसतन 45,000 टीकाकरण केंद्रों का संचालन हो रहा है। लेकिन रविवार को 63,800 केंद्रों का संचालन हुआ।

टीका उत्सव के पहले दिन 27 लाख से ज्यादा लोगों ने ली कोरोना वैक्सीन की डोज
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भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच 11 अप्रैल यानी ज्योतिबा फुले जयंती (Jyotiba Phule Jayanti) से देश में 'टीका उत्सव' की शुरुआत की गई है। पहले ही दिन देशवासियों ने कोविड-19 की वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) लगवाने के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पहले दिन 27 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन की डोज ली। इसके साथ ही देश में कुल 10,43,65,035 लोग कोरोना वैक्सीन की डोज ले चुके हैं। देश में 11 से 14 अप्रैल के बीच चल रहे टीकाकरण अभियान को 'टीका उत्सव' नाम दिया गया है।

मंत्रालय ने का कहना है कि देशभर में टीका उत्सव अभियान के पहले दिन कई कार्यस्थल टीकाकरण केंद्रों का संचालन हुआ। देश में औसतन 45,000 टीकाकरण केंद्रों का संचालन हो रहा है। लेकिन रविवार को 63,800 केंद्रों का संचालन हुआ।

इसके अलावा मत्रालय ने कहा, कोरोना वैक्सीन की डोज देने की संख्या 16 लाख होती है। पर टीका उत्सव के पहले दिन रात आठ बजे तक 27 लाख से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई।

पीएम मोदी ने क्या कहा था

जानकारी के लिए आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 11 अप्रैल यानी ज्योतिबा फुले जयंती से हम देशवासी 'टीका उत्सव' की शुरुआत कर रहे हैं। ये 'टीका उत्सव' 14 अप्रैल यानी बाबा साहेब आंबेडकर जयंती तक चलेगा। ये उत्सव, एक प्रकार से कोरोना के खिलाफ दूसरी बड़ी जंग की शुरुआत है। इसमें हमें व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ ही सामाजिक स्वच्छता पर विशेष बल देना है। हमें ये चार बातें, जरूर याद रखनी है।

1- जो लोग कम पढ़े-लिखे हैं, बुजुर्ग हैं, जो स्वयं जाकर टीका नहीं लगवा सकते, उनकी मदद करें।

2- जिन लोगों के पास उतने साधन नहीं हैं, जिन्हें जानकारी भी कम है, उनकी कोरोना के इलाज में सहायता करें।

3- मैं स्वयं भी मास्क पहनूं और इस तरह स्वयं को भी Save करूं और दूसरों को भी Save करूं, इस पर बल देना है।

4- किसी को कोरोना होने की स्थिति में माइक्रो कन्टेनमेंट जोन बनाने का नेतृत्व समाज के लोग करें। जहां पर एक भी कोरोना का पॉजिटिव केस आया है, वहां परिवार के लोग, समाज के लोग माइक्रो कन्टेनमेंट जोन बनाएं।

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