कल पीएम मोदी स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकप्टर को वायुसेना को सौंपेंगे, जानें क्या खास है इसमें
19 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) झांसी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्वदेशी रूप से तैयार लाइट कॉम्बैट हेलीकप्टर को वायुसेना को सौंपेंगे।

उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) में राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व जारी है और 19 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) इस कार्यक्रम के दौरान स्वदेशी रूप से तैयार लाइट कॉम्बैट हेलीकप्टर को वायुसेना को सौंपेंगे। ये हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड कंपनी (HAL) के द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। इसके जरिए आत्मनिर्भर भारत (Atmnirbhar Bharat) को बढ़ावा देने और वायुसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से जानकारी देते हुए कहा कि एचएएल के द्वार तैयार किए गए लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर वायुसेना को सौंपा जाएगा। जो पीएम मोदी झांसी में जारी कार्यक्रम के दौरान देंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा कि भारत हवाई मारक क्षमता बढ़ेगी। झांसी में कल पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा भारतीय वायुसेना को स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकप्टर सौंपेंगे। ड्रोन व यूएवी (Drone & UAV) थल सेनाध्यक्ष को और डीआरडीओ (DRDO) द्वारा डिजाइन किए गए।
Boosting India's Aerial Firepower!
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 18, 2021
Have a look at our indigenously developed Light Combat Helicopters which will be handed over to the Indian Air Force by PM @NarendraModi ji in Jhansi tomorrow.
Aatmanirbhar Defence paving the way for Aatmanirbhar Bharat.🇮🇳 pic.twitter.com/W55wlBLTG0
ये हैं इस हेलीकॉप्टर की खासियतें....
1. लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर, जो की 6 टन का है, बहुत हल्के वजन का है। जबकि अपाचे हेलीकॉप्टर का वजन 10 टन है यानी 5,165 किलोग्राम। कम वजन की वजह से एलसीएच ऊंचाई वाले इलाकों में मिसाइल और अन्य हथियारों के साथ टेकऑफ और लैंडिंग कर सकता है।
2. एलसीएच हेलीकॉप्टर हवा से हवा में मार गिराने वाली मिसाइल और हवा से जमीन पर मार गिराने वाली मिसाइलों को लेकर जा सकता है, जो विशेष तौर पर फ्रांस से मंगवाई गई हैं।
3. इस हेलीकॉप्टर में 70 एमएम के 12-12 रॉकेट के दो पॉड हैं, इसके अलावा 20 एमएम की गन इस हेलीकॉप्टर की नाक पर फिट की गई है। जो कि 110 डिग्री की डायरेक्शन में रोटेट हो सकती है। ये सभी फिचर्स कॉकपीट में पायलट के हेलमेट के ऊपर दिए गए हैं, जहां से वह आसानी से इन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं।