Jammu Kashmir: सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता- डोडा से लश्कर का आतंकी गिरफ्तार, पुलिस पर रच रहा था हमले की साजिश
अमरनाथ यात्रा से पहले खुफिया सूचनाओं और कड़ी सुरक्षा के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा शहर के बाहरी इलाके में नाका लगाया और आतंकवादी फरीद को हथियारों और गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया।

अमरनाथ यात्रा (Amarnaath Yatra) से कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने अन्य सुरक्षाबलों (security forces) के साथ सक्रिय आतंकी फरीद अहमद को डोडा से गिरफ्तार किया है। डोडा पुलिस (Doda Police) ने उसके पास से एक चीनी पिस्तौल, 2 मैगजीन, 14 जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। गिरफ्तार आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी समूह से जुड़ा था और उसे पुलिस अधिकारियों पर हमले को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।
J&K | Doda Police along with security forces have arrested one terrorist, a resident of Koti Doda & recovered one Chinese pistol, two magazines, 14 live cartridges & one mobile phone from his possession. Further investigation into the matter is in progress: Police pic.twitter.com/1RnNAoGFm4
— ANI (@ANI) June 27, 2022
अमरनाथ यात्रा से पहले खुफिया सूचनाओं और कड़ी सुरक्षा के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा शहर के बाहरी इलाके में नाका लगाया और आतंकवादी फरीद को हथियारों और गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने एक बयान में कहा, अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम के तहत डोडा की पुलिस पार्टी ने डोडा टाउन के बाहरी इलाके में नाका बिछाया और हथियार और गोला-बारूद ले जा रहे एक युवक को रोका।
पुलिस ने बयान में आगे कहा, आरोपी को हिरासत में ले लिया गया और एक विशेष टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी। यह पता चला है कि फरीद अहमद को मार्च 2022 के महीने के दौरान एक संदिग्ध से हथियार और गोला-बारूद मिला था और उसे डोडा में पुलिस पर हमला करने का काम सौंपा गया था।
जांच से यह भी पता चला है कि फरीद कट्टरपंथी है और सीमा पार स्थित आतंकी कमांडरों के कॉल प्राप्त करता है। उसे कश्मीर घाटी और डोडा क्षेत्र में आतंकी संगठनों के लिए काम करने के लिए प्रेरित भी किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकवादी का एक करीबी पाकिस्तान में है और एक सक्रिय आतंकवादी है। फरीद भी डोडा में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों पर आतंकी हमला करने के लिए उसके संपर्क में था और इसके लिए उसे तीन महीने पहले हथियार मुहैया कराए गए थे।