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DRDO को मिली एक और कामयाबी, जानें क्या है लॉन्ग रेंज गाइडेड बम, रक्षा मंत्री ने दी बधाई

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) को अग्नि-5 के बाद रक्षा क्षेत्र में वायुसेना की मदद से एक और बड़ी कामयाबी मिली है। डीआरडीओ और वायुसेना ने लंबी दूरी तक मार करने वाले बम (Long Range Guided Bomb) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

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रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) को अग्नि-5 के बाद रक्षा क्षेत्र में वायुसेना की मदद से एक और बड़ी कामयाबी मिली है। डीआरडीओ और वायुसेना ने लंबी दूरी तक मार करने वाले बम (Long Range Guided Bomb) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इसकी सफलता पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh congratulated) ने भी वैज्ञानिकों को बधाई दी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डीआरडीओ ने शुक्रवार को एक लंबी दूरी के स्वदेशी बम का सफल हवाई परीक्षण किया। यह परीक्षण डीआरडीओ और भारतीय वायुसेना द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया है। डीआरडीओ ने कहा कि अब दुश्मन देशों की तबीयत ठीक नहीं है। यह स्वदेशी बम दुश्मन के घर में घुसकर मार गिराने में सक्षम है। ये संदेश पाकिस्तान और चीन के लिए था। साथ ही कहा कि मिशन के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है

जानें कैसे सामान्य बमों से है लॉन्ग रेंज गाइडेड बम अलग

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लॉन्ग-रेंज बम भारतीय सशस्त्र बलों को और ज्यादा मजबूत करेगा। बम की उड़ान और प्रदर्शन की निगरानी इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (ईओटीएस), टेलीमेट्री और रडार सहित कई रेंज सेंसर के द्वारा की गई। ओडिशा के चांदीपुर में इसकी टेस्टिंग की गई। इससे पहले भारत ने अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। साधारण बमों को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। लंबी दूरी के निर्देशित बम, जिन्हें स्मार्ट बम भी कहा जाता है। उन पर पूरी तरह से कंट्रोल होता है। दुश्मन के ठिकानों को तबाह करना और इसका अचूक निशाना भी होगा है।

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