Nasal Vaccine: भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को DCGI की मंजूरी, इंट्रानैसल का तीसरा फेज हुआ पूरा
भारत बायोटेक की इंट्रानैसल कोविड-19 वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मंलगवार को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।

भारत बायोटेक की इंट्रानैसल कोविड-19 वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मंलगवार को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। यह कोरोना के खिलाफ भारत की पहली नेजल स्प्रै वैक्सीन होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस वैक्सीन को कोरोना के खिलाफ एक बड़ा बूस्ट बताया। कहा कि भारत कोरोना महामारी के खिलाफ और मजबूत करेगा। भारत बायोटेक ने BBV154 इंट्रानैसल कोविड वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है।
Bharat Biotech completes clinical development for phase III trials and booster doses for BBV154 intranasal covid vaccine.#BharatBiotech #covid19vaccine #bbv154 #intranasalvaccine #covid19 pic.twitter.com/oh76drnezz
— BharatBiotech (@BharatBiotech) August 15, 2022
डीसीजीआई की ओर से मिली मंजूरी के बाद भारत बायोटेक ने बताया कि BBV154 सुरक्षित और इम्यूनोजेनिक साबित हुआ है। अब उम्मीद है कि जल्द ही इस वैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी। डेटा अनुमति के लिए प्रस्तुत किया गया है। यह भारत की पहली नाक की वैक्सीन होगी। इससे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में और मजबूती मिलेगी।
नेजल वैक्सीन कैसे करती है काम?
नाक स्प्रे का टीका इंजेक्शन के बजाय नाक के माध्यम से दिया जाता है। यह नाक के अंदरूनी हिस्सों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण करता है। इसे इसलिए भी अधिक प्रभावी माना जाता है क्योंकि कोरोना सहित अधिकांश वायु जनित रोगों की जड़ मुख्य रूप से नाक है। और इसके आंतरिक भागों में रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण ऐसी बीमारियों को रोकने में अधिक कारगर साबित होता है।

Vipin Yadav
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा हरिभूमि में बतौर एक्सप्लेनर के रूप में कार्यरत हूँ। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग में विशेष रुचि है।