Hari bhoomi hindi news chhattisgarh

Coronavirus: कोरोना में नौकरी गंवाने वालों को अगले साल तक मिलेगा भत्ता, श्रम मंत्रालय ने बढ़ाई ये योजना

Coronavirus: इस योजना से कोरोना काल में नौकरी गंवाने वालों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। श्रम मंत्रालय के अधीन कर्मचारी राज्‍य बीमा निगम की ओर से चलाई जा रही अटल बीमित व्‍यक्ति कल्‍याण योजना को बढ़ा दिया गया है। अब इस योजना में नौकरी गंवाने वालों को आवेदन करने के बाद भत्‍ते का लाभ लिया जा सकेगा।

Coronavirus: कोरोना में नौकरी गंवाने वालों को अगले साल तक मिलेगा भत्ता, श्रम मंत्रालय ने बढ़ाई ये योजना
X

कोरोना में नौकरी गंवाने वालों को अगले साल तक मिलेगा भत्ता, श्रम मंत्रालय ने बढ़ाई ये योजना

देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) का कहर जारी है। इस बीच, महामारी में लाखों लोग नौकरी जाने से बेरोजगार (unemployment) हो गए है। अब इन बेरोजगार लोगों को सरकार एक योजना के तहत भत्ता देने का काम कर रही है। जो की अगले साल तक जारी रहेगा। इस बात की जानकारी श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) ने दी है। यह फैसला ईएसआईसी (ESIC) की 185वीं बैठक में लिया गया है।

इस योजना के तहत दिया जा रहा भत्ता

इस योजना से कोरोना काल में नौकरी गंवाने वालों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। श्रम मंत्रालय के अधीन कर्मचारी राज्‍य बीमा निगम की ओर से चलाई जा रही अटल बीमित व्‍यक्ति कल्‍याण योजना को बढ़ा दिया गया है। अब इस योजना में नौकरी गंवाने वालों को आवेदन करने के बाद भत्‍ते का लाभ लिया जा सकेगा।

तीन महीने तक सैलरी का 50 फीसदी तक मिलेगा हिस्सा

अधिकारी ने बताया हैं कि इस योजना के तहत सैलरी का 50 फीसदी हिस्‍सा अधिकतम तीन महीने तक ही दिया जाता है। तीन महीने वह समय है जबकि कोई भी बेरोजगार अपने लिए नई नौकरी ढूंढ ले। नौकरी लगने के बाद इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। लेकिन नौकरी चली जाती है हालांकि अगर फिर नौकरी छूट जाती है तो उसे फिर से इस योजना के बचे हुए हिस्‍से का लाभ मिल सकता है।

इन लोगों को मिल रहा लाभ

इस योजना का लाभ उन लोगों को मिल रहा है जिनकी महामारी के दौरान नौकरी छूट गई। इसके तहत आवेदन करने वाले व्‍यक्ति को ईएसआईसी की तरफ से आर्थिक मदद या भत्‍ता दिया जाता है साथ ही आवेदक और परिवार को छह महीने तक ईएसआईसी कवर या मेडिकल सुविधा भी मिलती है। अगर किसी व्‍यक्ति की नौकरी छूट जाती है तो वह अगले छह महीनों तक भी अपने आश्रितों का इलाज ईएसआईसी से करा सकता है।

और पढ़ें
Next Story