Coronavirus: देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए आरबीआई ने उठाए यह 10 बड़े कदम, जरूरतमंदों को बैंक से मिलेगा लोन
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कई अहम घोषणाएं की हैं। आरबीआई ने वित्तीय संस्थानों के लिए 50,000 करोड़ पर की घोषणा की है।

कोरोना वायरस से निपटने के लिए आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़े घोषणा की है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की है। आरबीआई ने वित्तीय संस्थानों के लिए 50 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की है। तो वह दूसरी तरह रिवर्स रेपो रेट को .25 की कटौती की है। जानें आरबीआई से जुड़ी 10 घोषणाएं के बारे में...
1. रिजर्व बैंक ने देश के सभी बैंकों से कहा है कि अगर कोई जरूरतमंद लोन लेना चाहता है। तो आप लोन उसे दे सकते हैं।
2. भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय संस्थाओं के लिए 50000 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।
3. भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर रिवर्स रेपो रेट को में कटौती की है। यह कटौती इस बार भी .25 फ़ीसदी की की है। भारत के लिए आईएमएफ का जीडीपी वृद्धि अनुमान 1.9 प्रतिशत है।
4. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई लगातार विकसित होती स्थिति की निगरानी करेगा। महामारी के नतीजों से निपटने के लिए अपने सभी उपकरणों का उपयोग करेगा।
5. गवर्नर का कहना है कि रियल एस्टेट कंपनियों को एन बी एफ सी द्वारा दिए गए समान लाभ पाने के लिए लांस दिए गए हैं। बैंकों की एल सी आर आवश्यकता 100 फीसदी से 80 फीसदी तक नीचे लाई गई। अगले साल अप्रैल तक चरणों में बहाल किया जाएगा।
6। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि गिरावट एक गिरावट के प्रक्षेपवक्र पर है, आगे भी पुनरावृत्ति कर सकती है। बैंक अगले आदेश तक कोई लाभांश भुगतान नहीं करेंगे।
7. 50,000 करोड़ की विशेष वित्त सुविधा नाबार्ड, सिडबी, एनएचबी जैसे वित्तीय संस्थानों को प्रदान की जाएगी। रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं जो एमपीसी ने तय किया है। रिवर्स रेपो रेट में 25 बीपीएस की दर से 3.75% की कटौती की है।
8. कुछ म्यूचुअल फंडों द्वारा सामना किए जाने वाले दबाव में कमी आई है। ऑटोमोबाइल उत्पादन, मार्च में बिक्री में तेजी से गिरावट आई है। बिजली की मांग में तेजी से गिरावट आई है।
9. कोविड 19 प्रभाव फ़रवरी के लिए आईआईपी डेटा में कैप्चर नहीं किया गया है। मैट ऑपरेशंस 91 फीसदी पर इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग पर कोई डाउनटाइम नहीं। आईएमएफ के हवाले से कहा है कि भारत में 2021-22 में भारत में तेज बदलाव की उम्मीद है।
10. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत के लिए जीडीपी में 1.9 फीसदी की वृद्धि जी 20 में सबसे ज्यादा है। बैंक, वित्तीय संस्थानों में महामारी के प्रकोप के दौरान सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिए अवसर बढ़े हैं।