ओला-उबर को लेकर दिए बयान के बाद वित्तमंत्री पर हमलावर हुई कांग्रेस, पूछे 10 सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से 10 सवाल पूछे, उन्होंने कहा कि सवाल भले ही मजाकिया हो पर देश की आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर अवस्था मे है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार के केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के ओला-ऊबर से आई मंदी को लेकर दिए बयान पर निशाना साधा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के तरीकों को लेकर सवाल किया। पीएम पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम के फॉलोवर 50 मिलियन पार कर गए हैं अब अर्थव्यवस्था भी पार कर जाएगी।
उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर देश की वित्त मंत्री से 10 सवाल पूछे, उन्होंने कहा कि सवाल भले ही मजाकिया हो पर देश की आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर अवस्था मे है।
अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा किए गए प्रेस ब्रीफिंग के दौरान केंद्र सरकार से पूछे 10 सवाल....
1. युवा पीढ़ी की मानसिकता और ओला-उबर इसके लिए जिम्मेदार है
2. वित्त मंत्री के तर्क के अनुसार लोग और युवा पीढ़ी, जो रहने के लिए किराए के घर को प्राथमिकता दे रहे हैं, वो रियल एस्टेट में मंदी के जिम्मेदार हैं यदि वित्त मंत्री का तर्क सही है तो, गृहिणियों द्वारा अधिक व्यय और फिजूलखर्ची वित्तीय घाटे के लिए समान रूप से जिम्मेदार है
4. अगर वित्त मंत्री के तर्क को माना जाए तो पारिवारिक व्यवसायों के विकास के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है और इसलिए ही, 2012-13 के मुकाबले 2017-18 में 90 लाख श्रमिक कम हो गए
5. इसी तरह वित्त मंत्री के तर्क के आधार पर गिरते रुपए के लिए यूएसए का विकास और वृद्धि जिम्मेदार है। इसमें सरकार/एनडीए या अर्थव्यवस्था की गलती नहीं है, बल्कि यूएसए की गलती है
6. अगर वित्त मंत्री के तर्क को सच मान लिया जाए तो, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां बेईमान हैं और वो भारत को खराब रेटिंग कर रही हैं। यह हमारी गलती नहीं है। हमारी आर्थिक स्थिति मजबूत है
7. वित्त मंत्री के हास्यास्पद तर्क के अनुसार तो, हमारा निर्यात इसलिए नीचे जा रहा हैं, क्योंकि स्वदेशी की बात करने वाले इसके लिए जिम्मेदार हैं। हमारे निर्यात में कोई गड़बड़ नहीं है
8. वित्त मंत्री के तर्क के अनुसार हमारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश इसलिए गिर गया, क्योंकि साहूकार और उधार देने वाले स्थानीय लोगों का काम बढ़ गया है
9. वित्त मंत्री के तर्क के हिसाब से गिरती जीडीपी के लिए वार्षिक बजट और आर्थिक सर्वेक्षण का मसौदा तैयार करने वाले वित्त मंत्रालय के शोधकर्ता जिम्मेदार हैं। जीडीपी सरकार की गलती नहीं है, बल्कि शोधकर्ता अलग-अलग तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं
10. अब अगर वित्त मंत्री के तर्क को सही माना जाए तो, स्टॉक मार्केट में 17 साल की सबसे बड़ी गिरावट के लिए भूकंप के झटके जिम्मेदार हैं न कि आर्थिक स्थिति
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App