Budget 2021: बजट को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी आज अर्थशास्त्रियों से करेंगे चर्चा, 2021-22 पर रहेगा फोकस
Budget 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बजट 2021 को लेकर अर्थशास्त्रियों व विशेषज्ञों के साथ बैठक करने वाले हैं। बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कान्त भी शामिल होंगे।

प्रतीकात्मक तस्वीर
Budget 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बजट 2021 को लेकर अर्थशास्त्रियों व विशेषज्ञों के साथ बैठक करने वाले हैं। बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर , नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कान्त भी शामिल होंगे। इनके अलावा बैठक में शीर्ष अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ अरविंद पानगढ़िया, के वी कामत, राकेश मोहन, शंकर आचार्य, शेखर शाह, अरविंद विरमानी तथा अशोक लाहिड़ी भी शामिल होंगे।
पीएम मोदी बैठक में कोविड-19 महामारी (COVID-19) की वजह से अर्थव्यवस्था में आई दिक्कत से निपटने के बारे में भी चर्चा करेंगे। यह बैठक वर्चुअल (Virtual Meeting) के माध्यम से आयोजित की जाएगी। गौरतलब है कि आम बजट एक फरवरी 2021 को पेश किया जाएगा। इस बीच राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने गुरुवार को जारी राष्ट्रीय आय के पहले अग्रिम अनुमान में चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.7 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया है। इस अनुमान में भारतीय अर्थव्यवस्था में संकुचन की मुख्य वजह कोविड-19 महामारी को बताया गया है।
एनएसओ के आंकड़ों (NSO Data) के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र को छोड़कर लगभग हर सेक्टर में संकुचन देखने को मिला। चालू वित्त वर्ष में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में 9.4 फीसदी के संकुचन का अनुमान है, जो एक साल पहले की अवधि में 0.03 फीसद के ग्रोथ के साथ लगभग सपाट रहा था।
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2020-21 में कृषि क्षेत्र में 3.4 फीसदी के ग्रोथ का अनुमान है। हालांकि, यह वित्त वर्ष 2019-20 के चार फीसदी के मुकाबले कम रहने का अनुमान जताया गया है। एनएसओ के अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में खनन, ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्यूनिकेशन और ब्रॉडकॉस्टिंग से जुड़ी सेवाओं में रिकॉर्ड संकुचन का अनुमान जताया गया है। देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 23.9 फीसदी और दूसरी तिमाही में 7.5 फीसदी का संकुचन देखने को मिला था। लेकिन इस बजट में जनता को क्या मिलने वाला है इसका अभी पता नहीं है।