जम्मू-कश्मीर: बीजेपी नेताओं की हत्या पर आईजी का बयान, सुरक्षाबलों के निशाने पर ये तीन आतंकी
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या मामले में आईजी ने कहा कि इस हत्या के पीछे तीन स्थानीय आतंकियों पर शक है। इस शक के तहत आगे की जांच चल रही है।

सुरक्षाबलों के निशाने पर ये तीन आतंकी
दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में बीते रात आतंकियों ने बीजेपी के 3 नेताओं की हत्या कर दी। इसके बाद से यहां के लोगों में काफी आक्रोश का माहौल बना हुआ है। वहीं, यहां के हालात को देखते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी मामले को लेकर छानबीन कर रही है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी का कहना है कि हमला करने से पहले इसकी पूरी साजिश रची गई होगी। इसके बाद नेताओं की गाड़ी का पीछा किया होगा और फिर आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्पॉन्सर टेरिज्म है।
स्थानीय तीन आतंकियों पर शक- आईजी
वहीं से लोगों को धमकी दी जाती है और लोगों की हत्या करने का प्लान भी बनाया जाता है। फिलहाल इस मामले के तहत यहां के स्थानीय तीन आतंकियों पर शक लग रहा है। इस शक की लिस्ट में अब्बास, शेख, निसार आतंकी के नाम शामिल है।
इस पर अभी जांच चल रही है। साथ ही ये तीनों आतंकी भारतीय सुरक्षाबलों के निशानों पर बने हुए हैं। पुलिस के आईजी का कहना है कि हमने 5 अगस्त के पहले 16 से 19 लोगों की लिस्ट बनाई थी। इसके बाद इन लोगों को अलग-अलग होटल में रखा गया था।
इस लिस्ट में फिदा हुसैन भी शामिल थे। हालांकि कुछ दिन वह शपथ पत्र देकर घर लौट गए थे। हम इस पर भी जांच करेंगे कि वह घर से इतनी दूर क्यों आए थे। जहां उनकी हत्या हो गई।
बीजेपी नेताओं के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे- जेपी नड्डा
उधर, कुलगाम हमले में मारे गए भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव फिदा हुसैन के पैतृक गांव में अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिली। वहीं, इस हमले को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।
इस बीच, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हम बीजेपी नेताओं के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। हमारी सेना नेताओं की हत्या का बदला लेकर रहेगी।
TRF ने ली तीन नेताओं की हत्या की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि बीते कल कुलगाम जिले के वाईकेपोरा में आतंकियों ने फिदा हुसैन समेत दो अन्य नेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हमले की जिम्मेदारी संगठन द रेजिजटैंस फ्रंट (TRF) ने ली है। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है।
वहीं, हमले के बाद द रेजिजटैंस फ्रंट ने एक धमकी भरा पोस्ट कर कहा कि शमशान घाट शव से ओवरफुल हो जाएंगे।