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Birthday Special: जानें जवाहर लाल नेहरू कैसे बने थे बिना चुनाव लड़े देश के पहले PM
Birthday Special: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जन्मदिन (Jawaharlal Nehru Birthday) का जन्मदिन हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है।

Birthday Special: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जन्मदिन (Jawaharlal Nehru Birthday) का जन्मदिन हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन को बाल दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है। कहते हैं कि नेहरू जी को बच्चे बहुत पसंद थे, इसलिए उन्हें चाचा नेहरू भी कहते थे। इस बार उनकी 130वीं जयंती मनाई जाएगी।
15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ। लेकिन उससे पहले ही प्रधानमंत्री का चुनाव हो चुका था। उसक वक्त का नियम था कि कांग्रेस के अध्यक्ष को ही प्रधानमंत्री की कुर्सी दी गई थी। वो 1947 से लेकर 1964 तक अपने निधन तक पद पर रहे। उन्होंने उदारवादी समाजवादी आर्थिक सुधारों को लागू किया और भारत को औद्योगीकरण की नीति के लिए विकास की राह दिखाई।
जवाहरलाल नेहरू को सर्वसम्मति से भारत का पहला प्रधानमंत्री चुना गया और वो देश के प्रिय थे। मौलाना आजाद को 1940 में रामगढ़ अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया था। द्वितीय विश्व युद्ध, भारत छोड़ो आंदोलन और अधिकांश कांग्रेस नेताओं के जेलों में होने के कारण आजाद को कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया था।
लेकिन तब तक भारत की स्वतंत्रता बहुत दूर नहीं थी। ऐसे में साल 1946 के चुनावों में जीत हासिल की। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की घोषणा होते ही मौलाना आजाद ने फिर से चुनाव की इच्छा जताई। लेकिन गांधी जी की इच्छा पर जवाहरलाल नेहरू को नामित किया गया।
नेहरू को कुछ कार्यसमिति सदस्यों द्वारा प्रस्तावित किया गया। जिनके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं था। इसके बाद जवाहरलाल के पक्ष में सरदार पटेल को मनाने का काम शुरू हुआ था। उन्हें देश का गृह मंत्री बनाया गया था।