बड़ी खबर: प्रदर्शन के दौरान मारे गए पंजाब हरियाणा और यूपी के किसानों को नहीं मिलेगा मुआवजा
दिल्ली में किसान आंदोलन में मारे गए किसानों को कोई भी मुआवजा नहीं दिया जाएगी।

लोकसभा सदन
संसद के बजट सत्र के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने साफ कहा है कि दिल्ली हिंसा के दौरान या किसान आंदोलन में मारे गए किसानों को कोई भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा। इससे पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी ऐलान किया था।
लोकसभा में केंद्र सरकार ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शन के दौरान मारे गए पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों को सरकार की तरफ से कोई भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में यह जानकारी दी कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने का प्रस्ताव नहीं है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संसद में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे कि क्या केंद्र ने आंदोलन में मरने वालों के परिवारों को मुआवजा देने का प्रस्ताव रखा है। कृषि मंत्री ने कहा कि 10 अक्टूबर 2020 से 21 जनवरी के बीच के मुद्दों को हल करने के लिए सरकार और आंदोलनकारी किसान संगठन के बीच कुल 11 दौर की बैठकें हुई थीं।
इससे पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में बताया था कि देश में जारी किसान आंदोलन में मारे जाने वालों को केंद्र सरकार की तरफ से कोई भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा। आंदोलन में शामिल संगठनों के अनुसार, अब तक 70 किसानों की मौत हो चुकी है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि सितंबर से दिसंबर 2020 तक हाल ही में विरोध कर रहे किसानों के खिलाफ 39 मामले दर्ज किए गए थे। जो दिल्ली के बॉर्डरों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।