भूपेंद्र सिंह मान सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी से हुए अलग, किसानों के लिए कही दिल को छू लेने वाली बात
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित की गई चार सदस्यों की कमेटी से भूपेंद्र सिंह मान ने अपना नाम वापस ले लिया है।

सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित की गई चार सदस्यों की कमेटी से भूपेंद्र सिंह मान ने अपना नाम वापस ले लिया है। भूपेंद्र सिंह मान ने कमेटी से खुद को अलग करते हुए कहा कि मैं पंजाब के किसानों के साथ खड़ा हूं। भूपेंद्र सिंह मान लिखित में एक बयान जारी किया है। सोशल मीडिया जारी बयान में उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कषि कानूनों पर किसान यूनियनों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए मुझे 4 सदस्यीय समिति में नामित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभारी हूं।
एक किसान और खुद यूनियन लीडर के रूप में, खेत संघों और आम जनता के बीच प्रचलित भावनाओं और आशंकाओं को देखते हुए, मैं पंजाब या किसानों के हितों से समझौता नहीं कर सकता हूं। मैं खुद को समिति से हटा रहा हूं और मैं हमेशा अपने किसानों और पंजाब के साथ खड़ा रहूंगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को मोदी सरकार के द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगा दी थी। साथ ही कोर्ट ने एक कमेटी का गठन किया था। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित कमेटी में भारतीय किसान यूनियन के भूपेंद्र सिंह मान, डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, अशोक गुलाटी (कृषि विशेषज्ञ) और अनिल घनवंत शामिल हैं। इस कमेटी से भूपेंद्र सिंह मान ने खुद को अलग कर लिया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस कमेटी का गठन इसलिए किया है कि यह कमेटी सरकार और किसानों के बीच कानूनों पर जारी विवाद को समझेगी और अपनी रिपोर्ट सीधे सुप्रीम कोर्ट को ही सौंपेगी। जबतक कमेटी की रिपोर्ट नहीं आयेगी तबतक कृषि कानूनों के अमल पर रोक रहेगी।