बाबुल सुप्रियो भाजपा छोड़ने के बाद आज सांसद पद से भी कर देंगे तोबा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिला वक्त
बाबुल सुप्रियो ने करीब एक महीने पहले अचानक टीएमसी में पहुंच गए। इसके बाद बाबुल ने ऐलान किया था कि वो सांसद पद छोड़ देंगे। इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उन्हें वक्त भी मिल गया है।

बाबुल सुप्रियो
भाजपा (BJP) के पूर्व नेता बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) औपचारिक रूप से लोकसभा की सदस्यता से आज इस्तीफा देंगे (resign from membership of Lok Sabha)। बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ज्वाइन करने के बाद करीब एक महीने बाद एक ट्वीट कर यह ऐलान किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए वक्त देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद दिया। बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट किया, एक लोकसभा सदस्य के रूप में औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के उद्देश्य से मुझे मंगलवार सुबह 11 बजे का अपना समय देने के लिए माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद।
Sincere Gratitude to Hon'ble Speaker Sir @ombirlakota for granting me his time tmrw at 11am to formally resign as a MP•I will not hold on to the Berth/Perks/Salary of a MP now that I am no longer a part of @BJP4India that I won the seat for•If I have it in me, wil win it again
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) October 18, 2021
बाबुल सुप्रियो ने बताया कि वह अब भाजपा का हिस्सा नहीं हूं। पश्चिम बंगाल में आसनसोल से दो बार के लोकसभा सदस्य रहे बाबुल सुप्रियो ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी में पहुंचने के दो दिन बाद यानी कि 20 सितंबर को ओम बिरला को चिट्ठी लिखी कि वह लोकसभा सदस्य के तौर पर औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के लिए वक्त दिये जाने का निवेदन किया था।
विरोधियों पर वार कर अतीत की दिलाई याद
बाबुल सुप्रियो ने अपने विरोधियों पर हमलावर होते हुए उन्हें भाजपा के साथ अपने अतीत की याद दिलाई। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि केवल एक प्रश्न 'एम्प्लॉयड ट्रोल' से करना चाहता हूं। जो खास तौर पर अपने घरों से मेरे खिलाफ हमला बोल रहे हैं। आप सभी उस वक्त कहां थे, जब मैं 2014 से भाजपा के लिए जंग लड़ रहा था? ये लोग अपनी अंतरात्मा से प्रश्न करें कि किसने किसकी पीठ में छुरा घोंप दिया है। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि सिर्फ होने पर ही वह सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करते हैं। केवल ये लोग पहले की दो टिप्पणियों पर गौर कर लें।
बोले- मुझे टीएमसी ने दिया अच्छा मौका
बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी में पहुंचने पर बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि उन्हें एक अच्छा मौका दिया गया है। क्योंकि वह टीएमसी में पहुंच गए हैं। इस कारण आसनसोल लोकसभा सीट पर बने रहने का उनका कोई हक नहीं है। वह आसनसोल के कारण सियासत में आए। साथ कहा कि वह उस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए सदैव प्रयास करते रहेंगे।
आपको बता दें बाबुल सुप्रियो दो बार आसनसोल लोकसभा सीट से 2014 में और 2019 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। बाबुल सुप्रियो मोदी मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री भी बने पर स्थितियां सही नहीं रहीं। कैबिनेट फेरबदल के दौरान बाबुल सुप्रियो से मंत्री पर छीन लिया गया। उसके बाद बाबुल सुप्रियो ने रातों-रात भाजपा छोड़ने की घोषणा कर दी। इसके चंद दिनों बाद ही वो टीएमसी में पहुंच गए।