अजय माकन ने केजरीवाल से पूछा, दिल्ली के 38 में से 33 अस्पताल कोरोना मरीजों को क्यों नहीं कर रहे भर्ती
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में 38 में से 33 अस्पताल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को भर्ती करने से इनकार कर रहे हैं।

देश में जारी कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकरा पर कई गंभीर आरोप लगाए गये हैं। कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार व्यवस्थाओं को ठीक करने के बजाय आरोप- प्रत्यारोप में उलझी हुई है।
अजय माकन ने कहा कहा दिल्ली सरकार कह रही है कि वह सोमवार से बॉर्डर खोले जा रही है। लेकिन सवाल यह है कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में व्यवास्थाएं ठीक कर ली गई हैं? कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को भटकना पड़ रहा है, दिल्ली के अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में 38 में से 33 अस्पताल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को भर्ती करने से इनकार कर रहे हैं। दिल्ली में केवल पांच अस्पताल में मरीजों को भेजा जा रहा है जोकि कोरोना वायरस मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं। अजय माकन ने दिल्ली सरकार से पूछा कि वह बाकी अस्पतालों को कोरोना वायरस मरीजों के लिए क्यों नहीं खोल रही है?
सोमवार से खोले जाएंगे दिल्ली के बॉर्डर
जानकारी के लिए आपको बता दें कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि हम कल से दिल्ली के बॉर्डर खोलने जा रहे हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि 90 प्रतिशत लोगों का कहना है कि जब तक कोरोना है तब तक दिल्ली के अस्पताल दिल्ली के लोगों के लिए ही रिजर्व होने चाहिए।
कैबिनेट मीटिंग में कमिटी और लोगों के सुझाव के अनुसार ये फैसला लिया है कि कल दिल्ली के बॉडर खोल दिए जाएंगे। दिल्ली सरकार के और प्राइवेट अस्पताल दिल्ली के लिए आरक्षित रहेंगे। केंद्र सरकार के अस्पताल सभी देशवासियों के लिए खुले रहेंगे।