- जम्मू कश्मीर के पुलवामा में एनकाउंटर के दौरान जैश का आतंकी ढेर
- Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण हुआ कम, लोधी रोड में 217 रिकॉर्ड हुआ AQI
- भारत ने अग्नि-2 बैलिस्टिक मिसाइल का किया सफल परीक्षण
- Breaking: गोवा में MiG-29K फाइटर एयरक्राफ्ट क्रैश, दोनों पायलट सुरक्षित
- महाराष्ट्र: राफेल पर राहुल गांधी से माफी मांगने को लेकर मुंबई में भाजपा का विरोध प्रदर्शन
- Ayodhya Verdict Live: 15 दिनों के अंदर होगी सुन्नी बोर्ड की बैठक, रामलला के मुख्य पुजारी के घर की सुरक्षा बढ़ी
- Delhi Air Pollution: दिल्ली में फिर बढ़ा प्रदूषण, जानें आज कितना है AQI
- भीमा कोरेगांव विवाद: पुणे कोर्ट से सभी आरोपियों को दिया बड़ा झटका, जमानत याचिका की खारिज
- महाराष्ट्र: मातोश्री के बाहर शिवसेना नेता ने लगाए पोस्टर, लिखा- 'मेरा विधायक, मेरा मुख्यमंत्री'
- Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण से मिली थोड़ी राहत, AQI में आई थोड़ी सी गिरावट
गुजरात चुनाव 2017: भाजपा-कांग्रेस के लिए इज्जत का सवाल बनी यह खास सीट
इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा के दिग्गज नेता आपस में टकरा रहे हैं।

गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सियासी पारा अपने उफान पर है। कांग्रेस और भाजपा ने गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए अपना चुनावी अभियान तेज कर दिया है। इसमें से एक सीट दोनों पार्टियों के लिए इज्जत का सवाल बन गई है। इस सीट पर दो दिग्गज नेता आपस में टकरा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सीएम योगी आदित्यनाथ को उनके बयान पर भेजा नोटिस
गुजरात की इस अहम सीट का नाम है भावनगर वेस्ट। यहां से सत्तारूढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघानी मैदान में हैं और उन्हें इस बार टक्कर देने जा रहे हैं कांग्रेस के नेता दिलीप सिंह गोहिल। वह इस बार पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के सहारे भाजपा के वघानी को चुनौती दे रहे हैं।
यह भी पढ़ें: योगी के मंत्री मोहसिन रजा के निकाहनामे का रजिस्ट्रेशन रद्द, अब देनी पड़ रही है सफाई
भावनगर वेस्ट वघानी का गृह क्षेत्र
दरअसल, भावनगर वेस्ट वघानी का गृह क्षेत्र है और वह खुद भी पाटीदार समुदाय से हैं। यही वजह है कि उन्होंने पिछले चुनाव में आसानी से जीत दर्ज की थी। लेकिन इस दफा पाटीदार समुदाय भाजपा के खिलाफ है और गोहिल उन्हें कड़ी टक्कर देने जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: 'पद्मावती' पर पीएम मोदी, बिग बी की चुप्पी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने साधा निशाना
गोहिल के मैदान में उतरने से वघानी के लिए भावनगर वेस्ट सीट इज्जत का सवाल बन गई है। हार्दिक पटेल का कांग्रेस को समर्थन देने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस वजह से भी वघानी को ऐढ़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।
मौके का फायदा उठाने उतरे दिलीप सिंह
वघानी के बारे में बता दें कि वह भाजपा के कद्दावर नेता हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के करीबी भी हैं। उन्होंने शाह के 150 सीटें जीतने के मिशन को अमलीजामा पहनाना भी शुरू कर दिया है। लेकिन, इस बार पाटीदार समुदाय का मूड भांपना आसान नहीं है।
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी बोले- डिजिटल तकनीक से सेवाएं और शासन हुए सुगम
वहीं, दिलीप सिंह गोहिल ने मौके का फायदा उठाने के लिए अपनी कमर कस ली है। गोहिल इस बार वह भावनगर में वघानी के खिलाफ मुहिम चलाए हुए हैं। वह जोर-शोर से पाटीदारों के मुद्दे को उठा रहे हैं।
सियासत की दिशा तय करेगी भावनगर सीट
राजनीतिक पंडितों की मानें तो भावनगर वेस्ट सियासत की दिशा तय करने वाली होगी। यहां जो भी जीतेगा, उसकी ही सरकार बनाने की पूरी संभावना है। यह वजह है कि कांग्रेस और भाजपा ने अपना पूरा जोर यहां पर लगा दिया है।
कांग्रेस यहां हार्दिक पटेल के सहारे भाजपा को कमजोर करने में जुट गई है। भावनगर शहर में कांग्रेस रोड शो के साथ घर-घर जाकर वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही है। वहीं, वघानी ने भी 'स्नेह मिलन' कार्यक्रम के जरिए भाजपा की अहमियत बताना शुरू कर दिया है।