असम सरकार के खिलाफ कांग्रेस और छात्राओं का प्रदर्शन, कहा- ''असम महिला विश्वविद्यालय'' को बंद करना चाहती है सरकार
संसद भवन परिसर में स्थित गांधी स्टेच्यू के पास कांग्रेस सांसद केंद्र सरकार का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद ये विरोध प्रदर्शन ''असम महिला विश्वविद्यालय'' के समर्थन में कर रहे हैं।

संसद भवन परिसर में स्थित गांधी स्टेच्यू के पास कांग्रेस सांसद केंद्र सरकार का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद ये विरोध प्रदर्शन 'असम महिला विश्वविद्यालय' के समर्थन में कर रहे हैं।
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कांग्रेस सांसदों ने हाथ में पोस्टर ले रखे हैं। इन पोस्टरों पर लिखा है 'महिलाओं की विरोधी भाजपा' और 'असम महिला विश्वविद्यालय बचाओ'। कांग्रेस सांसदों ने 'बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं' के सरकारी नारों को भी खोखला बताया।
Assam Congress MPs held protest in front of Gandhi statue in Parliament over reports that the state government is trying to close down #Assam Women's University pic.twitter.com/WDvNU3TLrb
— ANI (@ANI) March 28, 2018
तरुण गोगोई ने असम सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस सांसदों से पहले असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने भी राज्य की भाजपा सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। तरुण गोगोई का कहना है कि 'असम महिला विश्वविद्यालय' महिलाओं को सशक्त करने का मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था।
Assam Women's University was one of my dream project for empowering the women. It is not only a pride of Assam but of the whole country. Assam BJP Govt's decision on AMU exposes the hollow promises of flagship program #BetiBachaoBetiPadhao#SaveAssamWomenUniversity
— Tarun Gogoi (@tarun_gogoi) March 23, 2018
तरुण गोगोई ने कहा कि 'असम महिला विश्वविद्यालय' सिर्फ असम के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। असम में एएमयू पर भाजपा सरकार के खोखले दावे से सिद्ध से हो गया कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना खोखली है।
पूर्वोत्तर का पहला महिला विश्वविद्यालय
'असम महिला विश्वविद्यालय' पूर्वोत्तर में पहला महिला विश्वविद्यालय है। 'असम महिला विश्वविद्यालय' की छात्राएं 19 मार्च से हड़ताल पर हैं। छात्राएं स्थायी चांसलर की मांग कर रही है।
इसके अलावा 'असम महिला विश्वविद्यालय' के विकास के लिए बुनियादी ढांचे, सुविधाएं और स्थायी फैकल्टी स्टाफ की नियुक्ति की मांग कर रही है। छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कॉलेजों के छात्र-छात्राएं प्रदर्शन में शामिल
छात्राओं ने असम सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं पूरा किया तो वे आंदोलन शुरू करेंगी। इस विरोध प्रदर्शन में असम के कॉलेजों की स्टूडेंट्स शामिल हैं।
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