पीएम के ''मन की बात'' पर किसने लिखी किताब, अरुण शौरी के आरोप से उठा सवाल
पीएम मोदी के मन की बात पर लिखी गई एक किताब को लेकर पूर्व बीजेपी नेता अरुण शौरी ने एक विवादास्पद दावा किया है। पीएम मोदी पर लिखी गई दो किताबें जिसमें से एक किताब ''मन की बातः रेडियो पर एक सामाजिक क्रांति'' के लेखक राजेश जैन है।

पीएम मोदी के मन की बात पर लिखी गई एक किताब को लेकर पूर्व बीजेपी नेता अरुण शौरी ने एक विवादास्पद दावा किया है। पीएम मोदी पर लिखी गई दो किताबें जिसमें से एक किताब 'मन की बातः रेडियो पर एक सामाजिक क्रांति' के लेखक राजेश जैन है। लेकिन अरुण शौरी का कहना है कि राजेश जैन का इस किताब से कोई लेना-देना नही है।
अरुण शौरी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए यह दावा किया कि राजेश जैन को पुस्तक विमोचन के लिए जबरदस्ती ले जाया गया। साथ ही जैन को एक पर्ची दी गई जिसे उन्हें पुस्तक विमोचन के समय पढ़ने को कहा गया।
राजेश जैन का कहना है कि “मैं मन की बात पुस्तक का लेखक नहीं हूं लेकिन खुद को इस किताब का लेखक देखकर मैं हैरान रह गया।”
इसे भी पढ़ेः दलित आंदोलन के बाद बोले अमित शाह, भाजपा सरकार न तो आरक्षण हटाएगी और न ही खत्म करने देगी
उन्होंने कहा कि वे ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन के साथ काम करते थे। यह संस्था पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को आयोजित करवाती थी। हालांकि राजेश जैन का कहना है कि उनका किताब के साथ कोई लेना-देना नहीं है।
दरअसल, पिछले साल 25 मई को राष्ट्रपति भवन में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की हाज़िरी में दो किताबों को लांच किया गया था। पहली किताब 'मन की बात: ए सोशल रिव्यूलेशन ऑन रेडियो' और दूसरी किताब 'मार्चिंग विद अ बिलियन : अनालाइजिंग नरेंद्र मोदीज गवर्नमेंट इन मिड टर्म', जिसे वरिष्ठ पत्रकार उदय माहुरकर द्वारा लिखा गया है।
अब जब पत्रकार अरूण शौरी ने साफ तौर पर कह दिया है कि पीएम के मन की बात पर लिखी गई किताब में जैन का नाम लेखक के तौर पर लिखा हुआ है, जो कि बेवजह है। जबकि उन्होंने कोई किताब ही नही लिखी। अरुण शौरी के इस बयान ने कई सवाल खड़े कर दिए है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App