जीएसटी विधेयक पर बिफरे जेटली, नकारात्मक रवैए से हो रहा है अर्थव्यवस्था को नुकसान
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा, ''केवल बिघ्न डालने के लिए कांग्रेस ने यह नकारात्मक रूख अपना रखा है।

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नई दिल्ली. संसद के मॉनसून सत्र में किस तरह सरकार अपनी बात रखने को कसमसा रही है इसकी बानगी है केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली का फेसबुक-पोस्ट। पहली बार अपनी बात आम आदमी तक पहुंचाने की कोशिश में जेटली ने सोशल मीडिया का उपयोग किया।
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जीएसटी विधेयक को रोकने के कांग्रेसी कदम को विघ्नकारी रवैया के विशेषण से नवाजते हुए कहा कि असहमति के जो बिंदु उठाए जा रहे हैं उनको तत्कालीन यूपीए सरकार के वित्तमंत्री पी चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी दोनों ने खारिज कर दिया था। जेटली ने अपेक्षाकृत आक्रामक भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, कांग्रेस पार्टी राजनीतिक कारणों से भाजपानीत राजग सरकार से परेशान हो सकती है। मगर, उन्हें गहराई से यह आत्मविश्लेषण करना चाहिए कि उसकी नकारात्मक सोच और विघ्नकारी रवैये से देश की अर्थव्यवस्था को अंतत: नुकसान पहुंचेगा।
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कांग्रेस द्वारा असहमति के संबंध में सामने रखे गए आठ मामलों को बिंदुवार खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार द्वारा स्वीकारे गए जीएसटी विधेयक में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किया है। इसका कांग्रेस शासित प्रदेशों द्वारा भी सर्मथन किया गया है।
निगेटिव रूख रहा
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा, 'केवल बिघ्न डालने के लिए कांग्रेस ने यह नकारात्मक रूख अपना रखा है। चूंकि संसद काम नहीं कर पा रही है और इन बिंदुओं पर संसद के सामने स्पष्टीकरण देने का कोई रास्ता नहीं है, इसी लिए मैं उपरोक्त तथ्यों को लोगों के सामने रखने को लाचार हूं।'
सकारात्मक भूमिका अदा की
जेटली अगर यह कह रहे हैं कि एक साल में इतना काम हुआ जितना यूपीए के 10 साल के संसदीय सत्र में नही हुआ था। तो यह ठीक ही है। एक साल कांग्रेस ने सकारात्मक विपक्ष की भूमिका अदा की जिसके कारण काम हुआ। जब कि यूपीए शासकाल के 10 वर्षों तक भाजपा ने नकारात्मक विपक्ष के तेवर अपनाए रहे, संसद को ठप कराते रहे।
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