अगर अब आपका चालान कटता है तो आपके मोबाइल पर आएगा एक मैसेज
इंदौर में मार्च से शुरू हुए रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम (आरएलवीडी) को देशभर में सराहा जा रहा है।

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haribhoomi.comCreated On: 23 Jun 2015 12:00 AM GMT
इंदौर. इंदौर में मार्च से शुरू हुए रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम (आरएलवीडी) को देशभर में सराहा जा रहा है। दिल्ली, मुंबई, बेंग्लुरु, हैदराबाद, सूरत जैसे उन्नत शहरों में कैमरे तो लगे हैं, लेकिन सिग्नल तोड़ने वाली गाड़ी का कैमरे से पिक्चर लेकर ऑटोमेटिक चालान जनरेट करने का सिस्टम देश भर में कहीं भी सफलता से संचालित नहीं हो सका।
अब सूरत पुलिस ने इंदौर पुलिस से संपर्क किया है, ताकि वहां पर भी ऐसा ही ऑटोमेटिक चालान सिस्टम लागू किया जा सके। इंदौर पुलिस इस सिस्टम को अपग्रेड करने जा रही है, जिससे हर चालान के बाद वाहन मालिक के पास एसएमएस से जानकारी चली जाएगी कि वह अपना चालान ऑनलाइन चेक कर भर सके। वह चालान नहीं भरेगा, तब ही पुलिस उसके घर आएगी। एएसपी ट्रैफिक अंजना तिवारी ने बताया कि आरएलवीडी सिस्टम में नया फीचर जोड़ा गया है। लाल बत्ती क्रॉस करने पर चालान सिस्टम द्वारा बनाया जाएगा, उसकी एक कॉपी ऑनलाइन वेबसाइट पर चली जाएगी।
मार्च से इंदौर ट्रैफिक पुलिस ने लैंटर्न और पीपल्याहाना चौराहे पर आरएलवीडी सिस्टम की शुरुआत कर रेड सिग्नल तोड़ने वाले वाहन चालकों के चालान बनाना शुरू किए। पिछले दिनों शहर के सात अन्य चौराहे टॉवर, गीताभवन, पलासिया, रीगल, मृगनयनी, बंगाली और इंद्रप्रस्थ टॉवर पर भी ऑटोमेटिक चालान बनना शुरू हो गए।8600 चालान का भुगतान भी हो चुका है। इस पूरे प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन एडीजी विपिन माहेश्वरी ने भोपाल में दिया। देशभर में ट्रैफिक के सुधार, नए संसाधन और उन्नत टेक्नोलॉजी के विषयों को कवर करने वाली बैंग्लुरु की मासिक मैगजीन ट्रैफिक इन्फ्राटेक ने इंदौर के ई-चालान सिस्टम और सिटीजन कॉप को कवर स्टोरी बनाकर प्रकाशित किया है। इसके बाद इंदौर पुलिस के पास बड़े शहरों से इस सिस्टम की जानकारी के लिए कॉल आने लगे हैं।
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