किसान आंदोलन: दिनभर चला हाई-वोल्टेज ड्रामा, जानिए क्या-क्या हुआ
मंदसौर में किसान आंदोलन की आग अभी तक ठंडी नहीं हुई है।

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में 6 जून से चल रहे किसान आंदोलन का आज तीसरा दिन है। बुधवार शाम 4 बजे से किसान आंदोलन में पसरी तनाव भरी शांति के बीच गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राजनीति को गर्म कर दिया।
राहुल मंदसौर में जाकर पीड़ित किसान परिवारों से मिलने की जिद पर अड़े थे। वे उदयपुर के रास्ते नीमच से होकर मंदसौर जाना चाहते थे। वे उदयपुर से कार से मंदसौर के लिए निकले। बॉर्डर पर विधायक जीतू पटवारी मोटरसाइकिल पर बैठाकर उन्हें सड़क के रास्ते ले गए।
उनके पीछे सचिन पायलट भी बाउक पर थे। नीमच से पहले जैसे ही पुलिस ने राहुल को रोकने की कोशिश की, उन्होंने मोटरसाइकिल खेत में उतार दी। वे खेतों में पुलिस को दौड़ाते रहे।
आखिरकार, उन्हें जदयू नेता शरद यादव, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के साथ शांति भंग के आरोप में दोपहर 1.40 बजे गिरफ्तार कर लिया। इस बीच, एसपीजी की पुलिस से तीखी तकरार भी हुई।
दिग्विजय, यादव व कमलनाथ भी पुलिस से कुछ मिनट उलझे। चारों को जेल वाहन में बैठाकर विक्रम सीमेंट फैक्ट्री के गेस्ट हाउस में पहुंचाया गया। यहां चारों को 4 घंटे तक रखा गया। यहां राहुल ने जमानत लेने से इंकार कर दिया।
शाम 5.40 बजे उन्हें छोड़ दिया गया। लंबी बहस के बाद प्रशासन राहुल को उन किसानों के परिवार से मिलने देने को राजी हो गया है जो पुलिस फायरिंग में मारे गए। नीमच से 18 किमी दूर एक ढाबे के पास राजस्थान बॉर्डर पर ग्राम डिनवा में राहुल को पीड़ित परिवारों से मिलवाया गया।
राहुल ने इन परिवारों से कहा कि वे उनकी हरसंभव मदद करेंगे। इसके बाद वे उदयपुर रवाना हो गए। सचिन पायलट ने कहा कि हम पीड़ित परिवारों से सिर्फ 1 किमी दूर थे, पर हमें रोक लिया गया। इधर, मंदसौर में गुरुवार को कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गई।
अलसुबह, सरकार ने मंदसौर कलेक्टर और एसपी को हटा दिया। उनकी जगह ओपी श्रीवास्तव को कलेक्टर और मनोज सिंह को एसपी बनाया गया है। मुख्य सचिव बीपी सिंह ने इन कार्रवाई पर सफाई दी है कि इन अफसरों को विड्रा किया गया है, हटाया नहीं गया।
इधर, एसपीजी ने जेल के वाहन में राहुल गांधी को गेस्ट हाउस ले जाने पर आपत्ति जताई। उसका कहना था कि राहुल की जान को खतरा हो सकता है। लेकिन पुलिस ने उसकी बात नहीं मानी।
कमलनाथ ने कहा कि हम यहां राजनीति करने नहीं आए थे, केवल मृत किसानों के परिवारों से मिलना चाहते थे। लेकिन बिना बताए गिरफ्तार कर लिया। जेडीयू के शरद यादव की भी पुलिस से झड़प हो गई, उन्होंने कहा कि मैं लोकसभा में सांसद हूं, बिना कारण बताए आप लोग मुझे गिरफ्तार नहीं कर सकते।
राहुल बोले- मोदी जी किसानों को गोली दे सकते हैं...
राहुल गांधी ने हिरासत में लिए जाने के बाद मीडिया से कहा कि मैं सिर्फ किसानों के परिवारों से मिलना चाहता था, उनकी बात सुनना चाहता था। कोई कारण नहीं दिया बस कहा कि गिरफ्तार कर रहे हैं। यही उप्र में हुआ। यही मप्र में भी। आपकी विचारधारा संघ से मिलती है तो जा सकते हैं। मोदी कॉरपोरेट लोगों का करोड़ों का लोन माफ कर सकते हैं लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं कर सकते, सही रेट और बोनस नहीं दे सकते, मुआवजा नहीं दे सकते, सिर्फ किसान को गोली दे सकते हैं। मंदसौर गोलीकांड के लिए पीएम और सीएम जिम्मेदार हैं।
किसानों की लाशों पर राजनीति न करें राहुल : विजय
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि किसानों की लाशों पर राहुल को राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्हें बडप्पन दिखाना चाहिए। मंदसौर में कर्फ्यू है। हालात तनावपूर्ण हैं। ऐसे में उनके जाने से हालात बिगड़ सकते हैं।
सीएम शिवराज ने ट्वीट किया
प्रिय बहनों, भाइयों नमस्कार! मेरी सरकार किसानों की सरकार है। जनता की सरकार है। मेरी जब तक साँस चलेगी,जनता और किसानों के लिए काम करता रहूंगा।
कलेक्टर और एसपी पर गिरी गाज
मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन हिंसक होने के बाद राज्य सरकार ने प्रशासनिक सर्जरी करते हुए मंदसौर, रतलाम और नीमच कलेक्टर को बदल दिया है। मंदसौर जिले के एसपी पर भी हिंसा की गाज गिरी है। सरकार ने उनका भी तबादला कर दिया है। राज्य के पश्चिम हिस्से में सात दिन से जारी किसान आंदोलन और उसके बाद भड़की हिंसा रोकने में नाकाम रहे मंदसौर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह और एसपी ओपी त्रिपाठी को हटा दिया है। राज्य सरकार ने गुरुवार सुबह आदेश जारी करते हुए शिवपुरी कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव को मंदसौर कलेक्टर बनाया है।
राजनाथ बोले- जांच रिपोर्ट आने दीजिए
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार किसान समस्या को लेकर संवेदनशील है। मैं भी किसान परिवार से हूं और किसानों की समस्या के लिए संघर्ष करते रहे हैं। इसलिए पीएम बनने के साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। दोनों राज्यों में जो हमारी सरकार के मुख्यमंत्री हैं वो दोनों ही बहुत ज्यादा संवेदनशील हैं। उन्हें थोड़ा वक्त दीजिए और वो इस बारे में काम भी कर रहे हैं। मुझे जानकारी मिली है कि कुछ ताकतें हैं जिन्होंने किसानों को भड़काने की कोशिश की है। जांच में सब सामने आ जाएगा
मंदसौर: दो घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील मिलते ही कई जगह लूटमार
कर्फ्यू में ढील के बाद कई जगह लूटमारी की खबर, दोगुने हुए सब्जी-दूध समेत जरूरी सामान के दाम, बाजारों में सामान खरीदने के लिए उमड़ी भीड़, 4 से 6 बजे तक कर्फ्यू में मिली है ढील।
किसान आंदोलन की आग से झुलसा शाजापुर, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के आठवें दिन शाजापुर में भी हालात बिगड़ गए है। यहां सैकडों किसानों ने सड़क पर उतरकर चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे है। नेशनल हाईवे तीन पर गुरुवार दोपहर को बड़ी संख्या में किसान जमा हो गए। उन्होंने पूरी सड़क पर प्याज फेंककर चक्काजाम कर दिया। पुलिस काफी देर तक आंदोलनकारियों पर हटाने की कवायद में जुटी रही। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश की, तो हालात बिगड़ गए। बताया जा रहा है कि
पुलिस ने बल प्रयोग किया, तो पथराव शुरू हो गया। इस दौरान एक ट्रक में आग लगा दी गई। हालात इस कदर बिगड़ गए कि पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App