पांच साल में होगी देश में भरपूर बिजली, परमाणु तकनीक ला रहा है क्रांति
वर्तमान में कुल 20 रिएक्टरों के जरिए 4660 मेगावाट परमाणु बिजली का उत्पादन हो रहा है।

इंदौर. परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष एवं केंद्रीय परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव डॉ. आरके सिन्हा ने कहा कि चालू पंचवर्षीय योजना के अंत तक देश में पर्याप्त परमाणु ऊर्जा उपलब्ध होगी। उनका अनुमान था कि करीब 10,000 मेगावाट बिजली उपलब्ध होने लगेगी। वर्तमान में कुल 20 रिएक्टरों के जरिए 4660 मेगावाट परमाणु बिजली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुडनकुलम में पहली ईकाई बिजली उत्पादन के लिए तैयार है तथा दूसरी ईकाई में वर्ष 2015 प्रारंभ से बिजली उत्पादन शुरू होने लगेगी।
राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केन्द्र (आरआरसीएटी) में भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र प्रशिक्षण विद्यालय के एक वर्षीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम के 14वें दीक्षांत समारोह के बाद चर्चा करते हुए सिन्हा ने कहा, ‘हमारे 7 परमाणु रिएक्टर निर्माणाधीन हैं तथा देश में 20 रिएक्टरों के जरिये 4660 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि ‘कुडनकुल्लम में पहली ईकाई बिजली उत्पादन के लिये तैयार है तथा दूसरी ईकाई में वर्ष 2015 के प्रारंभ से बिजली उत्पादन होने लगेगा।
परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष का दावा परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि आज के युग के मानव की लगभग सभी आवश्यकताओं के साथ परमाणु तकनीक का सीधा संबंध है। इस तकनीक का उपयोग स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य, कृषि, उत्पादन सहित मानव जीवन के लगभग सभी आयामों में किया जा रहा है। डा. आर के सिन्हा ने कहा कि लोगों में यह गलतफहमी है कि परमाणु विकिरण से कैंसर होता है। परमाणु बिजली घरों से दुर्घटना तो हो सकती है, लेकिन इससे जान माल का नुकसान अधिक नहीं होता है।
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