27 घंटे बाद शिवराज ने तोड़ा उपवास, नहीं बख्शे जाएंगे दोषी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे दिन 27 घंटों के बाद ही अपना उपवास तोड़ दिया।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे दिन 27 घंटों के बाद ही अपना उपवास तोड़ दिया। किसानों के आंदोलन को शांत करने के लिए शिवराज उपवास पर बैठे थे।
बता दें कि बीजेपी नेता कैलाश जोशी ने उन्हें नारियल का पानी पिलाया। अपना अनशन तोड़ते ही सीएम ने कहा कि वह किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने आगे कहा कि एमएसपी से कम पर किसान से खरीदारी करना अपराध के समान है। बता दें कि उपवास तोड़ने के लिए खुद आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों ने कहा था।
उपवास से पहले किसानों ने कहा था कि ये उपवास उन्होंने प्रदेश में शांति के लिए किया है और जब तब हिंसा खत्म नहीं हो जाती और पूरे प्रदेश में शांति नहीं हो जाती, वो उपवास नहीं तोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान निर्दोषों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन ‘शैतानियत’ और ‘हैवानियत’ फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि शुक्रवार को मंदसौर में मारे गए 6 किसानों में से 4 किसानों के परिजनों ने उनसे मुलाकात की थी और उपवास खत्म करने को कहा था। शनिवार को इन परिवारों को भी शिवराज ने कहा कि सूबे में शांति होते ही वे उपवास खत्म कर देंगे।
मारे गए किसानों के परिवार से मिले शिवराज
चौहान ने मंदसौर गोलीकांड में मारे गए 4 किसानों के परिजनों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान शिवराज भावुक हो गए। पीड़ित परिवार ने सीएम से रोकर उपवास तोड़ने की अपील की।
पीड़ित परिवार की अपील पर चौहान ने कहा कि जब तक प्रदेश में शांति बहाली नहीं हो जाती। उपवास नहीं तोड़ूंगा, किसानों के पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दोषियों को सज़ा दिलाने की भी अपील की, उन्होंने कहा कि गोली चलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
शिवराज की किसानों से अपील
जब किसानों ने शिवराज की अपील और ऐलानों के नजरअंदाज कर दिया तो वे किसान आंदोलन की आग को शांत करने के लिए उपवास पर बैठ गए।
शिवराज ने कहा कि उनकी एक-एक सांस प्रदेश की जनता के लिए हैं और किसी को भी अपनी जनता से राजनीति नहीं करने दूंगा। उन्होंने कहा कि मैं किसानों की पीड़ा समझता हूं, किसानों से ही बढ़ेगा प्रदेश'।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का ऐलान
कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ऐलान किया है कि वे 14 जून से भोपाल में 72 घंटे का सत्याग्रह करेंगे। सिंधिया ने कहा कि वे पहले 12 जून को इंदौर में और 13 जून को मंदसौर में घायल किसानों और मारे गए किसानों के परिजनों से मिलेंगे।
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