नया आदेश...बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले पुलिसवालों को करना पड़ेगा "डीई" का सामना
सड़क पर दो पहिया वाहन चलाते वक्त पुलिस का अफसर या कर्मचारी बिना हेलमेट दिखाई देगा तो उसे विभागीय जांच (डीई)का सामना करना होगा। इस बात के संकेत भोपाल रेंज के आईजी जयदीप प्रसाद ने दिए हैं।

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टीम डिजिटल/हरिभूमि भोपालCreated On: 1 Feb 2019 4:19 PM GMT
भोपाल। सड़क पर दो पहिया वाहन चलाते वक्त पुलिस का अफसर या कर्मचारी बिना हेलमेट दिखाई देगा तो उसे विभागीय जांच (डीई) का सामना करना होगा।
इस बात के संकेत भोपाल रेंज के आईजी जयदीप प्रसाद ने दिए हैं।
वे गुरुवार को राजधानी के पुलिस नियंत्रण कक्ष में आयोजित क्राइम कंट्रोल को लेकर समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि पुलिस के वाहनों में विभाग से संबंधित मोनो, लोगो या फिर पुलिस भी न लिखा जाए।
वाहन चैकिंग के नाम पर परेशान न करें
आईजी ने कहा कि वाहन चैकिंग के दौरान स्टाफ को यह मालूम होना चाहिए कि उसकी जिम्मेदारी जितनी समाज के लिए उससे कहीं अधिक समाज के लिए भी है। इसलिए चैकिंग के नाम पर लोगों को परेशान करने की बजाय मौके की नजाकत को भांपे। इससे नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। बैठक में डीआईजी सिटी इरशाद वली, एसपी नार्थ हेमंत चौहान, एसपी साउथ संपत उपाध्याय, एसपी मुख्यालय धर्मवीर सिंह यादव समेत सभी जोन और संभागों एएसपी और सीएसपी एसडीओपी और डीएसपी मौजूद थे।
नशे के खिलाफ चलेगा अभियान
बैठके में आईजी ने ड्रग्स को लेकर रिपोर्ट मांगी। इस रिपोर्ट से वे संतोषजनक नजर नहीं आए। उन्होंने प्रत्येक थाने में इसको लेकर जीरो टॉलरेंस लाने के लिए कहा। इसके लिए कार्रवाई बढ़ाने और सख्ती दिखाने के आदेश दिए। आईजी ने कहा है कि यह तकनीक जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ भी अपनाई जाए।
लुटेरों में बनाएं खौफ
आईजी शहर में हुई सिलसिलेवार लूट से नाराज नजर आए। उन्होंने काह कि प्रत्येक थाना प्रभारी योजना बनाकर काम करें। वे चिन्हित स्पॉट जहां चोरी और लूट ज्यादा होती है उसको लेकर निपटने की नीति बनाएं पेंडिंग अपराध व स्थायी गिरफ्तारी वारंटों का निकाल करें। होटल, ढाबा, कलारी, अहाते आदि नियमित यप से चेक करें, जिससे असामाजिक तत्वों में खौफ बना रहे व सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे।
बैन दवाओं का पता लगाकर करें कार्रवाई
बैठक में आईजी ने कहा कि थाने में कर्मचारी वर्दी साफ और सलीके से पहने। थाने के वहॉटस एप्प ग्रुप बनाकर उसमें नगर और ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों कों जोड़ें। इससे सूचनाओं का संकलन तेज और बढ़ेगा। महिला अपराध रोकने स्कूल, हॉस्टल्स, कॉलेज के आस पास गश्त करें। इसके अलावास अपने नंबर देकर लोगों को जागरूक करें। बाजार में अवैध तरीक से बिक रही वह दवाएं जो प्रतिबंधित है और उनका नशे में इस्तेमाल हो रहा हो तो कार्रवाई करें।
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