रेडक्रास में OPD संचालन का काम कर रही कंपनी के कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक, सोमवार से प्रिंटेड पर्चियों पर बनेगा पर्चा
रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष आशुतोष पुरोहित उच्च न्यायालय के आदेश पर वापसी के बाद फरवरी से जुलाई के बीच हुए लेनदेन की जांच करा रहे हैं। इसमें कई गड़बड़ियां सामने आ रहीं हैं।

भोपाल। रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष आशुतोष पुरोहित उच्च न्यायालय के आदेश पर वापसी के बाद फरवरी से जुलाई के बीच हुए लेनदेन की जांच करा रहे हैं। इसमें कई गड़बड़ियां सामने आ रहीं हैं। पुरोहित के अधिकार विहीन होने के बाद रेडक्रॉस अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) काउंटर के संचालन का ठेका मनमाने ढंग से मेसर्स विजन एडवाइजरी प्रायवेट लिमिटेड को दे दिया गया था।
अस्पताल के सीसीटीवी, वेबसाइट और अन्य कम्प्यूटरीकृत व्यवस्थाओं के पासवर्ड कंपनी को दे दिये गये थे। महीने भर से लगातार रेडक्रास कार्यालय के अधिकारी पासवर्ड की मांग रहे थे लेकिन कंपनी के कर्मचारी उन्हें पासवर्ड की जानकारी नहीं दे रहे थे। आखिरकार शनिवार को रेडक्रॉस की प्रभारी जनरल सेकेट्री प्रार्थना जोशी ने आदेश जारी करते हुए ओपीडी के संचालन का काम करने वाले कंपनी के कर्मचारियों के रेडक्रॉस अस्पताल में प्रवेश पर अगले आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया है।
सोमवार से प्रिंटेड पर्चियों पर बनेगा ओपीडी का पर्चा
रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष आशुतोष पुरोहित ने बताया कि ओपीडी के टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है। अस्पताल में रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या और पैसों की जानकारी पासवर्ड पता न होने के कारण नहीं मिल पा रही थी। इन गड़बड़ियों की तकनीकी विशेषज्ञों से जांच कराई जायेगी। तब तक के लिए कंपनी के कमज़्चारियों के प्रवेश पर रोक लगाई है। टेंडर के अनुसार यदि कोई इंजेक्शन लगवाने के लिए 10 रू की रसीद बनवाता है तो रेडक्रॉस से कंपनी को जीएसटी सहित लगभग 16 रूपये भुगतान करेगी। इस प्रकार से दस साल के लिए ठेका देकर रेडक्रॉस के पैसों का दुरूपयोग किया जा रहा था।
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