Hari bhoomi hindi news chhattisgarh
toggle-bar

भोपाल गैस त्रासदी की 34वीं बरसी पर बोले पीड़ित- अभी तक हमने लड़ाई को रखा जीवित, खुद बनाया संग्रहालय

भोपाल गैस त्रासदी कांड की आज 34वीं बरसी है। इस मौके पर पीड़ितों ने कहा कि हमने अभी तक लड़ाई को जीवित रखा है। हमने अपना खुद का संग्रहालय स्थापित किया है, इसमें कई पीड़ितों की तस्वीरें रखी हैं और चित्रों के साथ-साथ उन यादों को भी रखा है। जिन गीतों को हमने संघर्ष के दौरान गाया था।

भोपाल गैस त्रासदी की 34वीं बरसी पर बोले पीड़ित- अभी तक हमने लड़ाई को रखा जीवित, खुद बनाया संग्रहालय
X

भोपाल गैस त्रासदी कांड की आज 34वीं बरसी है। इस मौके पर पीड़ितों ने कहा कि हमने अभी तक लड़ाई को जीवित रखा है। हमने अपना खुद का संग्रहालय स्थापित किया है, इसमें कई पीड़ितों की तस्वीरें रखी हैं और चित्रों के साथ-साथ उन यादों को भी रखा है। जिन गीतों को हमने संघर्ष के दौरान गाया था।

एक पीड़िता हजारा बी का कहना है कि सरकार ने पानी की आपूर्ति में रसायनों को रोकने की व्यवस्था की फिर भी रसायनों को भूजल के साथ मिलाया जाता है। सरकार ने इस बात स्वीकार नहीं किया। हमने जंतर मंतर पर पांच महीने तक विरोध प्रदर्शन किया, उसके बाद ही जांच की गई और प्रदूषण की पुष्टि की गई थी।
बता दें कि भोपाल गैस त्रासदी को दुनिया के औद्योगिक जगत की सबसे बड़ी दुर्घटना के रुप में जाना जाता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस भयंकर त्रासदी में भोपाल में स्थित यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री में हुए गैस रिसाव के कुछ ही घंटों के भीतर पांच हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। जबकि गैर सरकारी आंकड़े तो दावा करते हैं कि मरने वालों की संख्या सरकारी आंकड़ों से तीन गुना ज्यादा थी।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

और पढ़ें
Next Story