असम से भोपाल आई छात्रा ने की आत्महत्या , सुसाइड नोट में लिखा मैं जिंदगी से जंग करते थक गई हूं
खजूरी थाना क्षेत्र में स्थित स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) इंस्टीट्यूट के गर्ल्स हॉस्टल में शनिवार दोपहर फाइनल ईयर की छात्रा ने सिलेंडर के पाइप से स्प्रे कर आत्महत्या कर ली।

भोपाल। खजूरी थाना क्षेत्र में स्थित स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) इंस्टीट्यूट के गर्ल्स हॉस्टल में शनिवार दोपहर फाइनल ईयर की छात्रा ने सिलेंडर के पाइप से स्प्रे कर आत्महत्या कर ली। उसने तीस सितंबर को सिलेंडर ऑनलाइन बुलाया था। उसके पास से तीन पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में उसने अंग्रेजी और असामी भाषा में लिखा है कि वह जिंदगी से थक चुकी है। पुलिस ने उसका शव असम से आए भाई को पीएम के बाद सौंप दिया है। जिसके बाद भाई शव असम लेकर रवाना हो गया।
पुलिस के अनुसार प्रियाली पिता सुंदर डे (24) मूलत: असम की रहने वाली थी। वह खजूरी स्थित एसपीए इंस्टीट्यूट भौंरी में आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रही थी। वह अंतिम वर्ष की छात्रा थी। उसके पिता असाम में छोटे व्यापारी है। प्रियाली के साथ रहने वाली शिवांगी और शिवा का कहना है कि शनिवार दोपहर दो बजे के आसपास उनकी प्रियाली से बात हुई थी। उन्होंने प्रियाली से शॉपिंग करने चलने का कहा था, लेकिन प्रियाली ने मना कर दिया था। करीब डेढ़ घंटे बाद शिवांगी और शिवा हॉस्टल पहुंच गई थी। उन्होंने साड़े तीन बजे प्रियाली से संपर्क करना चाहा तो प्रियाली ने कॉल रीसिव नहीं किया। बार-बार कॉल रीसिव नहीं करने के बाद वह प्रियाली के रूम पहुंचे थे, लेकिन रूम का दरवाजा अंदर से लॉक था। आवाज देने पर भी अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो उन्होंने हॉस्टल प्रबंधन को सूचना दी थी।
दरवाजा अंदर से था बंद
अनहोनी की आशंका के बाद हॉस्टल प्रबंधन के कर्मचारी पीछे वाले रूम की गैलरी से प्रियाली के रूम की गैलरी तक पहुंचे थे। इसके बाद पीछे की खिड़की का कांच तोड़कर अंदर प्रवेश किया। अंदर जाकर देखने पर पता चला कि प्रियाली बेड पर पड़ी हुई है और छोटा गैस सिलेंडर पास रखा हुआ था। उसने उक्त वेल्डिंग वाले गैस सिलेंडर से स्प्रे कर लिया था। जहरीली गैस मुंह में जाते ही दम घुटने से उसकी मौत हो गई। हालांकि हॉस्टल प्रबंधन के कर्मचारी उसे डॉक्टर के पास ले गए थे, लेकिन डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव जब्त कर पीएम के लिए भेज दिया था। रविवार को पीएम के बाद शव प्रियाली के चचेरे भाई आदित्य को सौंप दी गई है।
ले रखा था एजुकेशन लोन
थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर एलडी मिश्रा ने बताया कि प्रियाली के पिता असाम में छोटे व्यापारी हैं। प्रियाली यहां पांच साल से हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उसके पिता ने पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन ले रखा था। प्रियाली की सहेलियों का कहना है कि प्रियाली पढ़ने में काफी ध्यान देती थी और रिजर्व नेचर की थी किसी से ज्यादा बातें नहीं करती थी।
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