Hathras Rape Case: वकील बोलीं- डीएम के खिलाफ की गई हैं शिकायतें, पर योगी सरकार बना रही बहाने
हाथरस मामले में पीड़ित पक्ष की वकील सीमा कुशवाहा ने डीएम के खिलाफ शिकायत मामले को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा है।

हाथरस रेप मामला: पीड़ित पक्ष की वकील सीमा कुशवाहा का बयान।
Hathras rape case: हाथरस मामले में पीड़ित पक्ष की वकील सीमा कुशवाहा ने बताया कि मामले को लेकर राज्य सरकार ने एसआईटी (SIT) का गठन किया था। उन्होंने बताया कि उस एसआईटी को 7 दिनों में मामले की रिपोर्ट देनी थी। वकील सीमा कुशवाहा ने बताया कि उस एसआईटी को पीड़ित परिवार ने स्टेटमेंट दी थी कि जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वकील सीमा कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि लेकिन ये एसआईटी की रिपोर्ट अब तक कोर्ट में प्रस्तुत नहीं की गई है।
पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि इसी कारण राज्य सरकार यह बहाना दे रही है कि पीड़ित परिवार की ओर से डीएम के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है। वहीं वकील ने बताया कि डीएम के खिलाफ पुलिस अधिक्षक (SP) हाथरस को शिकायत की जा चुकी है। वकील के बताये अनुसार पीड़ित परिवार की ओर से डीएम के खिलाफ एससी (SC) आयोग को भी शिकायत की जा चुकी है।
इसी कारण राज्य सरकार यह बहाना दे रही है कि DM के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है। DM के खिलाफ SP हाथरस को शिकायत की जा चुकी है, SC आयोग को शिकायत की जा चुकी है: हाथरस मामले में पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाहा #लखनऊ https://t.co/50vS8Xvre6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 16, 2020
आपको बता दें, बीते 14 सिंतबर को कथित रूप से 19 वर्षीय दलित युवती के साथ चार युवकों ने गैंगरेप किया था। इस दौरान अरोपी युवकों ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की थी। पीड़िता की हालत में सुधार नहीं होने पर उसे यूपी के अलीगढ़ से दिल्ली रेफर कर दिया गया था। जानकारी के अनुसार पीड़िता ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इस मामले को लेकर उस दौरान यूपी सरकार और पुलिस बहुत किरकिरी हुई थी।
मामले में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 3 अक्तूबर को सीबीआई से जांच कराए जाने का फैसला किया था। 4 अक्तूबर को सरकार ने इसके लिए डीओपीटी को निर्धारित प्रारूप में सिफारिश भेजी थी। पीड़िता युवती का अंतिम संस्कार 30 सितंबर को किया गया था। पीड़ित परिवार के अनुसार पुलिस ने दबाव बनाकर जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कराया। फिलहाल रेप व हत्या का यह मामला सीबीआई के हाथ में है।