यूपी का हिस्ट्रीशीटर शादी के बाद नवविवाहिता पत्नी को लेकर एसपी ऑफिस पहुंचा, मिला 'आशीर्वाद'
यूपी का हिस्ट्रीशीटर बदमाश अपने गले पर तख्ती डालकर अपनी पत्नी के साथ फर्रुखाबाद एसपी कार्यालय पहुंचा। उसने सभी अपराध स्वीकार कर लिए और जान की राहत देने की भी गुहार लगाई।

यूपी का हिस्ट्रीशीटर लकी पाल अपनी पत्नी के साथ फर्रखाबाद में एसपी ऑफिस पहुंचा।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) नीति रंग ला रही है। यूपी के कुख्यात अपराधियों को जेल में बंद होने से कहीं ज्यादा डर एनकाउंटर (Encounter) होने का है। ऐसा ही एक मामला फर्रुखाबाद (Farrukhabad) से सामने आया है। खास बात है कि हिस्ट्रीशीटर बदमाश (History Sheeter Criminal) अपने गले पर तख्ती डालकर अपनी पत्नी के साथ फर्रुखाबाद एसपी कार्यालय (SP Office) पहुंचा। यहां उसने सभी अपराध स्वीकार कर लिए और जान की राहत देने की गुहार लगाई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोहल्ला अंगूरीबाग निवासी पति लकी पाल मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। उसके गले पर तख्ती लटकी थी, जिस पर लिखा था, 'मैं लकी पाल हिस्ट्रीशीटर हूं मेरी सभी मुकदमों में जमानत हो चुकी है। मैने शादी कर ली है, अब सुधरना चाहता हूं। कृपया जानमाल की राहत प्रदान करें।'
लकी के साथ उसकी पत्नी काजल भी मौजूद थी। उसने पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा को बताया कि उसका पति लकी 20 अप्रैल को जेल से छूटकर आया है। उसने लकी से दो मई को शीतला माता मंदिर में शादी की थी। शादी से पहले लकी ने मुझे वचन दिया था कि भविष्य में किसी अपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं होगा। काजल ने बताया कि उसने मुझसे वादा किया है कि वो प्रत्येक मुकद्दमे के लिए नियत तारीख पर न्यायालय जाएगा।
उसने पुलिस अधीक्षक के समक्ष कहा कि लकी हमेशा पुलिस का सहयोग करेगा। उसने कहा कि उसका पति सुधरना चाहता है, कृपया हमारी गुहार सुन लीजिए। आरोपी लकी ने भी कहा कि वो हिस्ट्रीशीटर है। हत्या, जानलेवा हमला, रंगदारी आदि मुकदमे उसके खिलाफ दर्ज हैं, लेकिन वो सुधरना चाहता है। उसने जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई।
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर लकी पाल अपनी पत्नी के साथ आया था। उसकी पत्नी ने शपथ पत्र दिया है कि लकी पाल कभी अपराध नहीं करेगा। अगर वो सामान्य जीवन जीना चाहता है तो यह अच्छी बात है। पुलिस लकी पाल की निगरानी करेगी। अगर दोबारा आपराधिक वारदात में मिला तो सख्त कार्रवाई होगी।

Amit Yadav
अमित कुमार पिछले 15 सालों से पत्रकारिता जगत में सक्रिय हैं। पंजाब केसरी, अमर उजाला, दैनिक भास्कर और दैनिक हिंदुस्तान के लिए दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ में करीब 9 साल तक कार्य किया। दैनिक भास्कर चंडीगढ़ में नेशनल पेज की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद दैनिक जागरण नोएडा की नेशनल टीम में भी कार्य किया। वे पिछले तीन सालों से हरिभूमि डिजीटल दिल्ली में कार्यरत हैं।