सीएम हेमंत सोरेन आज नए प्रतीक चिन्ह का करेंगे शुभारंभ, जानें पहले से क्या है बदलाव
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन आज यानी शुक्रवार को अपने नए प्रतीक चिन्ह का शुभारंभ करने जा रहे हैं। इस मौके पर सरकार के साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू भी मौजूद रहेंगी।

झारखंड में फैले कोरोना महामारी के बीच राज्य सरकार अपने नए प्रतीक चिन्ह का शुभारंभ करने जा रही है। इस अवसर के मौके पर सरकार के साथ- साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू भी मौजूद रहेंगी। इसके अलावा अन्य नेता दल भी मौजूद होंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक हेमंत सरकार शुक्रवार को नए प्रतीक चिन्ह का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद झारखंड सरकार का नया प्रतीक चिन्ह 15 अगस्त यानी देश की आजादी के जश्न के मौके पर पूरे राज्य में अधिकारिक तौर पर लागू हो जाएगा।
नए प्रतीक चिन्ह को इस तरह से किया गया तैयार
जानकारी के लिए आपको बता दें कि झारखंड साल 2000 में बिहार से अलग होने के बाद अब तक पुरानी प्रतीक चिन्ह का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसमें स्वास्तिक चिन्ह बना हुआ था। इसके अलावा बीच में नीले रंग का अशोक चक्र, चौतरफा अंग्रेजी के जे अक्षर से घिरा और लोगो हरे रंग का था।
वहीं, बने नए प्रतीक चिन्ह में पहले चिन्ह से काफी बदलाव लाया गया है। हेमंत सोरेन के नए प्रतीक चिन्ह वृत्ताकार है। यह चिन्ह राज्य की प्रगति का प्रतीक है। इस नए प्रतीक चिन्ह में सबसे ऊपर गोलाकार में Government Of Jharkhand लिखा हुआ है।
इसके ठीक नीचे हाथी बना हुआ है। फिर इसके नीचे पलाश के फूल हैं। इसके बाद सौरा चित्रकारी दिखाई देगी। इस चित्रकारी से सटे अशोक चक्र को भी अकारा गया है। वहीं, इस प्रतीक चिन्ह के बीच में अशोक स्तंभ बना हुआ है।
प्रतीक चिन्ह में सभी की क्या है विशेषताएं
-1. हरा रंग:- झारखंड की हरी-भरी धरती और वन संपदा को को दर्शाता है।
2. हाथी:- राज्य के ऐश्वर्य और प्रचूर प्राकृतिक संसाधनों और समृद्धि को दर्शाता है। साथ ही यह राजकीय पशु भी है।
3. पलाश का फूल:- प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है, जो झारखंड की पहचान मानी जाती है।
4. सौरा चित्रकारी:- राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
5. अशोक स्तंभ:- राष्ट्रीय प्रतीक होने के साथ-साथ, यह राज्य की संप्रभुता को दर्शाता है। साथ ही यह देश के विकास में झारखंड की भागीदारी को भी दर्शाता है।