4 किमी पैदल चलकर पहुंचाया सड़क तक फिर बची मरीज की जान
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा क्षेत्र में गांव तक सड़क ना होने के कारण आए दिन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हाल ही में यह समस्या सामने आई है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की बंजार विधानसभा क्षेत्र में गांव तक सड़क ना होने के कारण आए दिन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हाल ही में यह समस्या सामने आई है। इससे लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गम गांवों के लोग मरीजों को पीठ पर उठाने के लिए मजबूर हैं। ऐसा ही मामला पंचायत चकुरठा के तहत गांव पढारनी में रविवार को सामने आया। यहां की एक महिला को परिजनों और ग्रामीणों ने चार किमी तक पीठ पर उठाकर मुख्य सड़क दल्याड़ तक पहुंचाया।
वहीं पढारनी की भीमा देवी (26) पत्नी गंगा राम को पेट दर्द हुआ। परिजनों ने दर्द के लिए उसे दवाई भी दी। लेकिन दर्द कम नहीं हुआ। इसके बाद महिला को चार किलोमीटर पीठ पर उठाकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया गया। यहां से वाहन में उसे मंडी जिले के बालीचौकी अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद ही महिला की जान बच पाई। अब महिला को अस्पताल से छुट्टी दे गई है। पढारनी के बाशिंदों को सड़क नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन ने पूछा है कि उनको कब तक सड़क मिलेगी।मरीजों को कुर्सी व पीठ पर उठाकर लगभग चार किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। कई बार तो मरीज आधे रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। सड़क को लेकर आज तक उन्हें आश्वासन ही मिले हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि पढारनी गांव के ग्रामीणों को सड़क से जोड़ा जाए। उधर, इस संबंध में लोक निर्माण विभाग बंजार मंडल के अधिशासी अभियंता चमन सिंह ठाकुर ने कहा कि जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बारिश के चलते काम शुरू नहीं हो पाया है।