बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से हाजिरी लगाने पर मिलेगी स्कॉलरशिप, फर्जीवाड़े को रोकने के लिए उठाया ये कदम
हिमाचल प्रदेश के स्कूलों (Himachal Pradesh Schools) में अब अनुसूचित जाति के छात्रों को बायोमीट्रिक मशीनों के माध्यम से हाजिरी लगाने पर ही छात्रवृत्ति (Scholarship) मिलेगी। सरकार ने स्कारशिप में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह कदम उठाया है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
हिमाचल प्रदेश के स्कूलों (Himachal Pradesh Schools) में अब अनुसूचित जाति के छात्रों को बायोमीट्रिक मशीनों के माध्यम से हाजिरी लगाने पर ही छात्रवृत्ति (Scholarship) मिलेगी। सरकार ने स्कॉलरशिप में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने छात्रवृत्ति फर्जीवाड़े (Fraud) रोकने को बड़ा फैसला लिया है। इसके लिए छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले सभी शिक्षण संस्थानों को 30 जून 2021 तक आधार बेसड अटेंडेंस मशीनें लगानी होंगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों (Students) को दी जाने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में केंद्र सरकार ने संशोधन किया है। नए नियमों में वर्ष 2024 तक नैक की मान्यता लेने वाले शिक्षण संस्थान ही 2025-26 से छात्रवृत्ति (Scholarship) लेने के लिए पात्र होंगे। अब आवेदन के समय विद्यार्थियों को दस्तावेज भी जमा नहीं करवाने पड़ेंगे।
इनके दस्तावेजों की जांच डिजिटल तरीके से डाटाबेस से ही की जाएगी। शैक्षणिक प्रमाणपत्रों सहित आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र को संबंधित विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और सरकारी विभागों के डाटाबेस से डिजिटल माध्यम से जांचा जाएगा। इसके अलावा विद्यार्थियों (Students) को बैंक अकाउंट देने की जरूरत भी नहीं रहेगी। आधार नंबर से जुड़े बैंक खातों में सीधे छात्रवृत्ति डाली जाएगी।
शिकायतों का निवारण करने के लिए केंद्र सरकार ने ऑनलाइन शिकायत (Online complaint) निवारण प्रणाली भी तैयार कर दी है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने जनवरी 2021 से मार्च 2026 तक छात्रवृृत्ति जारी करने को लेकर नियमों में संशोधन किया है।