नाबालिग भतीजी ने चाचा संग लगाई फांसी, चल रहीं इस तरह की अफवाह
हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले (Bilaspur District) के घुमारवीं इलाके में एक चाचा और भतीजी के फांसी (Committed Suicide) लगाने का मामला सामने आया है। दोनों ने फांसी क्यों लगाई इसके कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। यह मामला घुमारवीं थाने के तहत आने वाले गांव प्लासला का है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले (Bilaspur District) के घुमारवीं इलाके में एक चाचा और भतीजी के फांसी (Committed Suicide) लगाने का मामला सामने आया है। दोनों ने फांसी क्यों लगाई इसके कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। यह मामला घुमारवीं थाने के तहत आने वाले गांव प्लासला का है। आत्महत्या (Suicide) करने वालों की पहचान शशिकांत (22) और गौरी (14) के रूप में हुई है। आत्महत्या के कारणों के बारे में अभी पता नहीं लग सका है। पुलिस (Police) मामले के जांच में जुट गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार दोपहर शशिकांत की मां जब अपने सिलाई सेंटर से घर लौटी तो उसने बेटे को आवाज लगाई। जब कहीं से कोई जवाब नहीं आया तो उन्होंने अपने बेटे के कमरे का दरवाजा खोलकर अंदर झांका। कमरे के अंदर का हाल देखकर मां के होश उड़ गए। उस कमरे में शशिकांत और गौरी फंदे से लटके हुए थे।
आपको बता दें कि गौरी रिश्ते में शशिकांत की भतीजी थी। गौरी के पिता प्रीतम चंद और शशिकांत के पिता रतन दास हैं। इन दोनों परिवारों के बीच मधुर संबंध हैं। इस वजह से गौरी कई बार शशिकांत के घर पर ही रुक जाया करती थी। हालांकि दोनों परिवारों के मकान एक-दूसरे से काफी दूरी पर बने हैं। गौरी पिछले दो-तीन दिनों से अपने चाचा शशिकांत के घर पर ही रह रही थी।
बताया जा रहा है कि दोनों बच्चों को फंदे पर झूलता देख शशिकांत की मां ने तुरंत गौरी के परिवार के सदस्यों और गांववालो को खबर दी। इसके साथ-साथ उन्होंने पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम प्लासला गांव के लिए रवाना हो गई है। फिलहाल, शशिकांत और गौरी ने एक साथ आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया - इसकी वजहों का पता नहीं चल पाया। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।