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हिमाचल के सरकारी स्कूलों में 31 मार्च तक नहीं मिलेगा मिड-डे मील, जानें क्यों किया ऐसा

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 31 मार्च तक कक्षा 1 से कक्षा 8वीं तक के छात्रों को स्कूल (School) में मिड-डे मील नहीं मिलेगा। सरकार ने यह फैसला मिड-डे मील वर्कर के कोरोना (Corona) पॉजिटिव आने के बाद लिया है। सरकार (Himachal Government) इन बच्चों के घरों पर सूखा राशन पहुंचाएगी।

PM Poshan Scheme: मिड-डे-मील योजना का नाम बदलकर
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प्रतीकात्मक तस्वीर

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 31 मार्च तक कक्षा 1 से कक्षा 8वीं तक के छात्रों को स्कूल (School) में मिड-डे मील नहीं मिलेगा। सरकार ने यह फैसला मिड-डे मील वर्कर के कोरोना (Corona) पॉजिटिव आने के बाद लिया है। सरकार (Himachal Government) इन बच्चों के घरों पर सूखा राशन पहुंचाएगी। आपको बता दें कि सरकार ने यह सब कोरोना (Corona) की रोकथाम के लिए किया है। ताकि बच्चे सुरक्षित रहें।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी स्कूल में शिक्षक, कर्मचारी अथवा कोई छात्र कोरोना (Corona) पॉजिटिव आता है, तो ऐसे में 48 घंटे के लिए वह शिक्षण संस्थान बंद किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने आदेश दिए हैं कि 48 घंटे के भीतर स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान को सेनेटाइज करने की व्यवस्था प्रबंधन को करनी होगी।

मंत्रिमंडल की बैठक के बाद शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) ने कहा कि 15 फरवरी के बाद सभी स्कूलों में कक्षा पांचवीं से 12वीं तक के छात्रों का आना शुरू हो जाएगा। स्कूल प्राचार्य को यह अधिकार दिया गया है कि वे पूरे प्रोटोकॉल के तहत स्कूलों में छात्रों को बुलाएं व सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) में बिठाएं। ताकि इस बिमारी से बचा जा सके।

प्रदेश सरकार ने स्कूलों को तैयारी पूरी होने के बाद ही स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं। अगर कोई स्कूल (School) लापरवाही बरतता हैं तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं 15 फरवरी से प्रदेश के सारे स्कूल खुलने शुरू हो जाएंगे। स्कूल प्रबंधन (School management) ने सभी तैयारी पूरी कर ली हैं।

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