पर्यटकों की एंट्री बंद होने के कारण एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला को लाखों का नुकसान
वैश्विक महामारी कोविड-19 ने जहां देश भर में आर्थिक व्यवस्था को चरमरा दिया है, वहीं इस लॉकडाउन और कर्फ्यू का खामियाजा एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला को भी भुगतना पड़ा है। कोरोना काल में स्टेडियम में लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है।

वैश्विक महामारी कोविड-19 ने जहां देश भर में आर्थिक व्यवस्था को चरमरा दिया है, वहीं इस लॉकडाउन और कर्फ्यू का खामियाजा एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला को भी भुगतना पड़ा है। कोरोना काल में स्टेडियम में लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है। यह नुकसान स्टेडियम में पर्यटकों की एंट्री बंद होने के कारण एचपीसीए प्रबंधन को उठाना पड़ा है। पर्यटन सीजन के दौरान एचपीसीए स्टेडियम रोजाना 80 से 90 हजार रुपये की कमाई करता है। स्टेडियम से धौलाधार की पहाड़ियों को निहारने के लिए पर्यटकों की भारी भीड़ स्टेडियम की ओर उमड़ती है। पर्यटन सीजन में प्रतिदिन करीब 1000 से 1200 पर्यटक स्टेडियम में पहुंचते हैं। ऑफ सीजन में भी सैकड़ों पर्यटक स्टेडियम में पहुंचते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला के पश्चिमी छोर पर एक गेट पर्यटकों के लिए हमेशा खुला रखा जाता है, जहां से पर्यटक स्टेडियम के एक स्टैंड में पहुंचकर इसकी सुंदरता को निहार सकते हैं। इस स्टैंड से पर्यटक स्टेडियम और धौलाधार की पहाड़ियों का नजारा लेते हैं। स्टेडियम का यह स्टैंड पर्यटकों के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बन गया है। स्टेडियम को पर्यटकों के लिए खोलने से बिना मैच भी आमदनी होती है। इससे स्टेडियम के छोटे-मोटे खर्च चले रहते थे। इस बार स्टेडियम को पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया है।