पर्यटकों की पसंदीदा जगह में से एक है शिमला, जानिए इनके बारे में...
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला देश के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है। दिल्ली और उसके आसपास के राज्यों के लिए तो यह वीकएंड का ठिकाना है इसलिए यहाँ हमेशा पर्यटकों का ताँता लगा रहता है

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला देश के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है। दिल्ली और उसके आसपास के राज्यों के लिए तो यह वीकएंड का ठिकाना है इसलिए यहाँ हमेशा पर्यटकों का ताँता लगा रहता है। विशेषकर गर्मियों के मौसम में तो जिसे देखो वह शिमला के लिए निकल पड़ता है और शिमला में प्रवेश से पहले वाहनों का लंबा जाम लग जाता है। लेकिन इस बार काेरोना की बजह से हिमाचल में पर्यटक नहीं पहुंच पाए। हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा नगर शिमला अंग्रेजों की बनायी गयी इमारतों से भरा पड़ा है और हर प्रेमी जोड़े की यहाँ जरूर कोई ना कोई याद जुड़ी हुई है।
शिमला को 1864 में, भारत में ब्रिटिश राज की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था। ब्रिटिश राज के साथ-साथ यह ब्रिटिश भारतीय सेना के कमांडर-इन-चीफ का मुख्यालय और 1876 के बाद से पंजाब प्रान्त की भी ग्रीष्ममकालीन राजधानी थी। स्वतंत्रता के बाद, शिमला पूर्वी पंजाब राज्य की राजधानी बन गया और बाद में हिमाचल प्रदेश के गठन पर इसे राज्य की राजधानी घोषित कर दिया गया। शिमला को पहाड़ों की रानी के नाम से भी जाना जाता है। यह राज्य का प्रमुख वाणिज्यिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र भी है।
हिमालय के घने जंगलों में स्थित शिमला की जलवायु परिस्थितियों ने शहर की स्थापना के लिए अंग्रेजों को आकर्षित किया था। ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में शिमला ने 1914 के शिमला समझौते और 1945 के शिमला सम्मेलन सहित कई महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठकों की मेजबानी की। स्वतंत्रता के बाद 28 रियासतों के एकीकरण के परिणामस्वरूप 1948 में हिमाचल प्रदेश राज्य अस्तित्व में आया। स्वतंत्रता के बाद भी, शिमला शहर एक महत्वपूर्ण राजनीतिक केंद्र बना रहा और इसने 1972 के शिमला समझौते की मेजबानी की।
शिमला शहर के प्रमुख आकर्षणों में वाइसराय लॉज, क्राइस्ट चर्च, जाखू मन्दिर, माल रोड और रिज शामिल हैं। यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में घोषित ब्रिटिश-निर्मित कालका-शिमला रेलवे लाइन भी एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। अपने कठोर इलाके के कारण, शिमला माउंटेन बाइकिंग रेस एमटीबी हिमालय की मेजबानी करता है, जो सर्वप्रथम 2005 में शुरू हुआ और दक्षिण एशिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन माना जाता है। शिमला में दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक भी है। एक प्रमुख पर्यटन केंद्र होने के अलावा, यह शहर कई कॉलेजों और शोध संस्थानों के साथ एक शैक्षिक केंद्र भी है।