Hari bhoomi hindi news chhattisgarh

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत गांवों में जाकर बेटियों को किया जा रहा है जागरूक

हिमाचल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संदेश को ग्रामीण इलाकों तक पहुँचाने के लिए सामाजिक न्याय एव अधिकारिता विभाग की ओर से प्रयास तेज कर दिए गए हैं । महिला एवं बाल विकास ज्यूरी वृत के कोटला गाँव में महिलाओं व किशोरियों को जागरुक किया जा रहा है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत गांवों में जाकर बेटियों को किया जा रहा है जागरूक
X
प्रतीकात्मक तस्वीर

हिमाचल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संदेश को ग्रामीण इलाकों तक पहुँचाने के लिए सामाजिक न्याय एव अधिकारिता विभाग की ओर से प्रयास तेज कर दिए गए हैं । महिला एवं बाल विकास ज्यूरी वृत के कोटला गाँव में महिलाओं व किशोरियों को जागरुक किया जा रहा है। उन्हें इस क़ोरोना काल में किस तरह का भोजन स्वस्थ रहने के लिए लेना चाहिए इसकी प्रदर्शनी लगा कर समझाया। इस दौरान स्थानीय विलुप्तपराय अनाज के पकवान बना कर उन में कितने पोषक तत्व है इसके बारे में भी जानकारी दी।

आपको बताते चलें कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरूआत प्रधान मंत्री ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा में की थी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन-काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिलती है और महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है। यह योजना तीन मंत्रालयों द्वारा कार्यान्वित की जा रही है अर्थात महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन मंत्रालय।

इस योजना के मुख्य घटकों में शामिल हैं प्रथम चरण में PC तथा PNDT Act को लागू करना, राष्ट्रव्यापी जागरूकता और प्रचार अभियान चलाना तथा चुने गए 100 जिलों (जहां शिशु लिंग अनुपात कम है) में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित कार्य करना। बुनियादी स्तर पर लोगों को प्रशिक्षण देकर, संवेदनशील और जागरूक बनाकर तथा सामुदायिक एकजुटता के माध्यम से उनकी सोच को बदलने पर जोर दिया जा रहा है।

और पढ़ें
Next Story