Himachal Mausam Ki Jankari: प्रदेश में कल हल्की बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने दी जानकारी
हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) के मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों में शनिवार को हल्की बारिश (Rain) और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में शनिवार को मौसम (Weather) साफ रहेगा।

मौसम की जानकारी
हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) के मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों में शनिवार को हल्की बारिश (Rain) और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में शनिवार को मौसम (Weather) साफ रहेगा। मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा और उच्च पर्वतीय जिलों किन्नौर व लाहौल स्पीति (Lahaul Spiti) में रविवार से मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। 25 से 27 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में धूप खिलने की संभावना है। 28 और 29 अप्रैल को दोबारा से मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों में बादल (Cloud) बरसने की संभावना जताई गई है।
वहीं प्रदेश में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से किसानों को खून के आंसू रुला रही है। खेतों में गेहूं की फसल (wheat Crop) सूखकर तैयार हो चुकी थी। वहीं कुछ फसल कटकर खेतों में पड़ी हुई है। अब बारिश (Heavy Rain) के कारण फसलें बुरी तरह से प्रभावित हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा खराब हालत तो उस गेहूं की है, जो काटकर खेतों में बिछाई गई है। इसमें से अधिकांश पानी पर तैरती नज़र आ रही है। इसके अलावा कई स्थानों पर तूफान और ओलों के कारण फलों व सब्जियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। कई जगह फूल झड़ गए हैं, तो कहीं कच्ची डंडियों पर पनप रहे फल जमीन पर आ बिछे हैं।
ऐसे में किसान-बागबान (Farmer-Gardener) ऊपर वाले से रहम की भीख मांगने के सिवा कुछ नहीं कर पा रहे हैं। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि तीन दिन से जारी बारिश ने किसानों की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है। उनका मामना है कि कृषि और बागबानी (Gardner) इस बारिश और ओलावृष्टि से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पहले सूखे ने गेहूं की फसल को चौपट कर दिया था, वहीं रही-सही फसल को किसान अभी बटोर ही रहे थे कि बारिश (Rain) ने उसे खेतों में ही सुला दिया। साथ ही आम, लीची, प्लम, आड़ू व सेब आदि फलों के बूर व फूल भी ओलावृष्टि और तूफान से जमीन पर पहुंच गए हैं।