हिमाचल प्रदेश: अटल रोहतांग टनल के शुरू होने से सैनिकों को ये बाद फायदा
हिमाचल में अटल टनल रोहतांग लाहौल घाटी की जनता के लिए बड़ी राहत लेकर आ रही है। इसके उद्घाटन के बाद दिल्ली से लेह के बीच बस में चार घंटे सफर कम होगा। दूरी 1072 किलोमीटर की बजाय 1026 किलोमीटर रह जाएगी।

हिमाचल में अटल टनल रोहतांग लाहौल घाटी की जनता के लिए बड़ी राहत लेकर आ रही है। इसके उद्घाटन के बाद दिल्ली से लेह के बीच बस में चार घंटे सफर कम होगा। दूरी 1072 किलोमीटर की बजाय 1026 किलोमीटर रह जाएगी। वहीं, चीन की सीमाओं से सटी देश की सरहदों में पहरा दे रहे भारतीय सैनिकों को रसद गोला बारूद और अन्य सामग्री को कम समय में पहुंचाया जा सकेगा। दिल्ली से लेह वाया रोहतांग दर्रा 46 किलोमीटर सफर कम होने के चलते प्रति सवारी 100 रुपये किराया भी घटेगा।
1711 रुपये की बजाय 1611 रुपये किराया देकर दिल्ली से लेह पहुंच पाएंगे। किसान-बागवानों के साथ व्यापारियों को भी टनल से फसल ढुलाई में मालवाहन वाहनों के किराये में कटौती का फायदा मिलेगा। दिल्ली-लेह का सफर सुहाना हो जाएगा। छह माह तक विश्व से कटने वाले जनजातीय क्षेत्र लाहौल घाटी के लोगों के लिए अटल टनल रोहतांग किसी वरदान से कम नहीं है। आजादी के 72 साल बाद घाटी के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। इससे पहले खासकर सर्दियों के दिनों में यहां के लोग बर्फ की कैद से नर्क जैसा जीवन जीने को विवश रहे हैं।
इस टनल के उद्घाटन के ऐतिहासिक पल का घाटी के लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में मरीजों को भी टनल से बाहर निकालने में बड़ी राहत मिलेगी। घाटी के बाशिंदों का कहना है कि सर्दी के दिनों में समय पर हेलिकाप्टर सेवा नहीं मिलने से कई लोग बेमौत काल का ग्रास बने हैं। ए