यमुनानगर : बारिश ने खोली दावों की पोल, प्रशासन के धरे रह गए सभी इंतजाम, देखें तस्वीरें
आलम यह रहा कि ट्विन सिटी के नीचले इलाकों में गलियों ने नालों का रुप धारण कर लिया। वहीं, कई स्थानों पर दुकानों व घरों में पानी घुस गया। खास बात यह रही कि तेज बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे और मौसम सुहावना बन गया। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।

यमुनानगर में हुई तेज बारिश से सड़कों पर भरे पानी के बीच से गुजरते लोग।
हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर
जिले भर में बृहस्पतिवार को हुई मानसून की तेज बारिश से पानी निकासी को लेकर प्रशासन के दावे खोखले साबित हुए। करीब चार घंटे तक हुई बरसात ने पानी निकासी को लेकर प्रशासन के दावों की पोल खोल दी। शहर के नीचले इलाकों व सड़कों पर भरा बारिश का पानी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया। आलम यह रहा कि ट्विन सिटी के नीचले इलाकों में गलियों ने नालों का रुप धारण कर लिया। वहीं, कई स्थानों पर दुकानों व घरों में पानी घुस गया। खास बात यह रही कि तेज बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे और मौसम सुहावना बन गया। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।
पिछले काफी समय से जिले के लोग गर्मी की तपिश और मौसम में बनी उमस को झेल रहे थे। आलम यह था कि गर्मी की तपिश इतनी थी कि लोगों का बाहर निकलकर कामधंधे करना मुहाल था। मगर बृहस्पतिवार सुबह अचानक आसमान में उमड़े घने बादलों ने मौसम में ठंडक बना दी। इसके कुछ देर बाद हवा के साथ तेज बारिश शुरू हो गई और दोपहर तक जारी रही। करीब चार घंटे तक तेज बारिश होती रही। जिसकी वजह से ट्विन सिटी समेत जिले के निचले इलाकों में सड़कों, गलियों व कई दुकानों व घरों में पानी भर गया। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
इन कालोनियों के नीचले इलाकों में भरा पानी
तेज बारिश होने से बृहस्पतिवार को शहर के प्रेम नगर, विजय कॉलोनी, खड्डा कालोनी, आजाद नगर, दशमेश कालोनी, लालजपत नगर, मुखर्जी पार्क, ग्रीन पार्क, राजाराम कालोनी, आजाद नगर, गुरु नानक खालसा मार्ग, मधुबन व जगाधरी के कई नीचले इलाकों समेत सड़कों व गलियों में बारिश का पानी भर गया। खास बात यह रही कि नीचले इलाकों में अधिकांश कॉलोनियों में पानी की निकासी के प्रबंध नहीं होने से गलियों व सड़कों पर नाले की तरह कई-कई फूट पानी बहता हुआ दिखाई दिया।
इंतजाम नहीं होने से बिगड़ी स्थिति
उद्योग व्यापार मंडल हरियाणा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष संजय मित्तल का कहना है कि इंतजाम नहीं होने से शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए। यदि मानसून से पहले इंतजाम कर लिए होते तो ट्विन सिटी और अन्य नीचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा नहीं होती।
किसानों के खिले चेहरे
बृहस्पतिवार को हुई तेज बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। किसान मनोज कुमार, सुलेख चंद, रामबीर, सतीश व श्यामलाल का कहना है कि पिछले एक महीने की पड़ रही गर्मी की तपिश व बिजली कटौती के कारण उनकी फसलें सिंचाई के बिना सूखने के कगार पर पहुंच गई थी। उन्हें ट्रैक्टरों- ईंजनों व अन्य साधनों पर अधिक पैसे खर्च कर फसलों की सिंचाई करनी पड़ रही थी। मगर अब तेज बारिश होने से उनकी फसलों में सिंचाई हो गई है। जिससे उनका पैसा बर्बाद होने से बच गया है।
तापमान में आई गिरावट
बृहस्पतिवार को हुई तेज बारिश से जिले के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बारिश के बाद जिले का तापमान घटकर अधिकतम 28 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रह गया।