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राफेल को लेकर वायुसेना ने हरियाणा की मुख्य सचिव को क्यों लिखा पत्र, जानें

वायुसेना ने हरियाणा की मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा को पत्र लिखकर एयरफोर्स स्टेशन (Airforce Station) के पास पक्षियों के उड़ान भरने को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने और कचरे का बेहतर प्रबंधन (Management) करने पर जोर दिया है।

राफेल को लेकर वायुसेना ने हरियाणा की मुख्य सचिव को क्यों लिखा पत्र, जानें
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हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन (Airforce Station) पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में आगामी 10 सितंबर को आधिकारिक रूप से शामिल किए जाने वाले 5 रॉफेल लड़ाकू विमानों की सुरक्षित हवाई उड़ान को 360 डिग्री पुख्ता करने के मद्देनजर वायुसेना पूरी सतर्कता बरत रही है। इसके लिए उसने हरियाणा की मुख्य सचिव केसनी आनंद अरोड़ा को पत्र लिखकर एयरफोर्स स्टेशन के पास पक्षियों के उड़ान भरने को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने और कचरे का बेहतर प्रबंधन करने पर जोर दिया है।

वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि इस मामले को लेकर अगस्त महीने की शुरूआत में ही वायुसेना के महानिदेशक निरीक्षण और सुरक्षा एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने प्रदेश की शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी को एक पत्र भेजा है। जिसके बाद उन्होंने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के आसपास के इलाके में जरूरी एहतियाती कदम उठाए हैं। यहां बता दें कि यह पांचों विमान वायुसेना की 17वीं गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन में तैनात किए जाएंगे। जिसमें पहले बल के पुराने योद्धा कहे जाने वाले मिग-21 लड़ाकू विमान शामिल थे। अब इनका सेवाकाल पूरा होने की वजह से इन्हें वायुसेना से फेज आउट किया जा रहा है।

29 जुलाई को भारत पहुंचे विमान

भारत ने फ्रांस के साथ वर्ष 2016 में 36 रॉफेल विमानों की खरीद को लेकर कुल करीब 59 हजार करोड़ रुपये के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसी के तहत इन 5 विमानों की पहली खेप 29 जुलाई 2020 को भारत पहुंची है। अगले वर्ष के अंत तक सभी 36 विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। लद्दाख में जारी मौजूदा विवाद को देखते हुए भारत ने रॉफेल विमानों के लद्दाख से सटे एलएसी के इलाकों में उड़ान का अभ्यास भी कराया है। जिससे आवश्यकता पड़ने पर इन्हें चीन के खिलाफ ब्रह्मास्त्र के रूप में प्रयोग किया जा सकेगा।

बर्ड हिट से बड़े हादसे का अंदेशा

अपने पत्र में वायुसेना ने इस बात को लेकर चिंता प्रकट की है कि लड़ाकू विमानों की उड़ान के दौरान बड़े या छोटे पक्षियों के उनके सामने आने से बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में एयरफोर्स स्टेशन के करीब 10 किलोमीटर के दायरे में स्थानीय लोगों या पक्षियों जैसे कबूतरों को पालने वालों पर उन्हें उड़ाने या दाना डालने जैसी गतिविधियों पर रोक लगाई जानी चाहिए। इसके अलावा कचरे के भी बेहतर प्रबंधन के उपायों पर जोर दिया जाना चाहिए। इसे लेकर एयरफोर्स स्टेशन के एओसी रैंक के शीर्ष अधिकारी की अंबाला के संयुक्त उपायुक्त और अतिरक्ति महानगरीय आयुक्त से भी बैठक हो चुकी है।

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