केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने रैली से दिखाई ताकत, राजनीतिक विरोधियों पर ऐसे साधा निशाना
विरोधियों को जवाब देते हुए राव ने कहा कि महिलाओ, विकलांगों व मंदबुद्धि लोगों से लड़ना हमारी प्रवृत्ति नहीं है। पार्टी ने उम्मीद से अधिक दिया है, परंतु सम्मान के साथ कभी समझौता नहीं कर सकता।

गांव पटौदा में आयोजित शहीदी दिवस कार्यक्रम।
शहीदी दिवस पर झज्जर जिले के गांव पाटौदा में आयोजितप्रदेश स्तरीय शहीद समारोह में एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह की उनके चिरपरिचित अंदाज में सिंह गर्जना सुनने को मिली। मंच से अपने भाषण की शुरूआत तो राव इन्द्रजीत ने पीएम नरेन्द्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए की थी,लेकिन जब उन्होंने मंच से मोदी जी की तर्ज पर उन्होंने समारोह में उमड़ी भीड़ से मन की बात कहनी चाही तो उसी में वह सब कुछ कह गए।
मंच पर मौजूद पार्टी के चार सांसदों,चार मौजूदा विधायकों व पार्टी अध्यक्ष ओपी धनखड़ की उपस्थिति में राव इन्द्रजीत सिंह ने भाजपा पर जमकर तीर चलाए। उन्होंने करीब दो साल पूर्व हुए विस चुनावों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस चुनाव में 75 पार का नारा देने वाली पार्टी केवल अहीरवाल तक ही सिमट कर रह गई। उन्होंने एक तरह से भाजपा के शीर्ष नेतूत्व को नसीहत देते हुए अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी के पार्टी के नेतृत्व परिवर्तन की रणीनीति पर इशारा किया। बगैर नाम लिए राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिसने जिंदगी में कोई दुश्मन ही नहीं बनाया हो तो उसने क्या खाक किया। उन्होंने कहा कि वह स्टेज से कुछ नहीं मांगते,लेकिन वह यह भी चाहते है कि उनकी और उनके साथियों का मान-सम्मान कम नहीं होना चाहिए। मंच पर बैठे भाजपा नेताओं को अपने शक्ति प्रदर्शन के बहाने अपनी शक्ति का अहसास कराते हुए राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि कभी अहीरवाल में कांग्रेस की तूती बोलती थी,लेकिन अब एक भी कांग्रेस का नेता नहीं बचा है। राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि वह राजनीति से रिटायर होना चाहते थे,लेकिन अब उन्हें फैसला बदलना पड़ा है। अब वह रानजीति से रिटायर हरगिज नहीं होंगे और जनता के हितों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हेें लगता है कि नसीबपुर से जो लड़ाई शुरू हुई थी वह अब पानीपत तक लेकर जानी पड़ेगी।
लोगों की उमड़ी भीड़।