हरियाणा में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की योजना पकड़ेगी रफ्तार, हर महीने भर सकेंगे बिल
केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही स्मार्ट मीटर योजना भले ही हरियाणा में दो साल कोविड और अन्य कारणों से मंद पड़ गई हो लेकिन अब इसे रफ्तार देने की तैयारी है।

चंडीगढ़। केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही स्मार्ट मीटर योजना भले ही हरियाणा में दो साल कोविड और अन्य कारणों से मंद पड़ गई हो लेकिन अब इसे रफ्तार देने की तैयारी है। दूसरा पहले इन मीटरों को लेकर चाइना पर निर्भर रहना होता था, अब उसके स्थान पर स्वदेशी स्मार्ट मीटर लगाने की पहल होगी। प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए स्वदेशी के मंत्र पर चलते हुए बिजली कंपनियों द्वारा इस क्रम में प्रक्रिया पर होमवर्क पूरा कर लिया है। दो साल कोविड के कारण और बाद में चीन से माल मंगाने पर रोक के कारण स्मार्ट मीटर लगाने की मुहिम मंद पड़ गई थी। लेकिन अब इसे रफ्तार देने का वक्त आ गया है।
बिजली कंपनियों में सुधार की मुहिम चलाने और आम लोगों को राहत देने में जुटे बिजली कंपनियों के चेयरमैन पीके दास ने बताया कि अभी तक प्रदेश में लगभग 8 लाख के करीब मीटर लगा दिए गए हैं। आने वाले दिनों में हम कामकाज को तेज करने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे पास में घरेलू उपभोक्ता सत्तर लाख से ऊपर हैं, हर माह बिल जमा करने की व्यवस्था स्मार्ट मीटर सभी सब डिवीजनों में पूरी तरह लग जाने के बाद ही संभव हो सकेगी। वर्ना मैनुअल कामकाज करने में लोगों की संख्या भी डबल करनी होगी। बताया गया है कि हर साल 15 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रख लिया गया है।
उच्च राजस्व वाले इलाकों के लिए खास योजना
प्रदेश में 2 सौ के करीब सबडिवीजन हैं। इनमें बिजली कंपनियों ने 40 के करीब इस तरह के उपमंडल छांट लिए हैं, जो उच्च राजस्व देने वाले हैं। अर्थात समय से भुगतान करने वाले हैं। इतना ही नहीं डिजीटल क्रांति के तहत इस वक्त अस्सी फीसदी लोग भुगतान इसी माध्यम से कर रहे हैं, निगम चाहते हैं कि बीस फीसदी बचे हुए ग्राहक भी डिजीटल भुगतान करें। पहले फेज में गुरुग्राम करनाल और पंचकूला सहित चार जिलों में यह मुहिम चली थी।
आर्थिक सुधार की मुहिम जारी रहेगी
बिजली वितरण निगमों की आर्थिक सेहत सुधारने की मुहिम और मैनुअल रीडिंग लेने में आ रहीं कईं तरह की शिकायतों के निपटारे के लिए स्मार्ट मीटर ही बेहतर तोड़ है। अब चीन से नहीं बल्कि स्वदेशी स्मार्ट मीटर पर्याप्त मात्रा में टेंडर के माध्यम से लेने के बाद में इन्हें राज्य के सभी हिस्सों में लगा दिया जाएगा। घरेलू ग्राहकों के बाद में इंडस्ट्री और बाकी श्रेणी में भी स्मार्ट मीटर लगेंगे। वैसे, घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 70 लाख से ज्यादा है। इसमें से आठ लाख से ज्यादा के यहां चार जिलों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं।
एचईआरसी की बैठकों में हो चुका चिंतन-मंथन
हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन की एडवाइजरी कमेटी की बैठक में भी कईं बार स्मार्ट मीटर का विषय आ चुका है। बिजली मंत्री रणजीत सिंह भी चाहते हैं कि ग्राहकों को राहतें प्रदान की जाएं। पूर्व में सरचार्ज आदि लेने में राहत, बिजली सप्लाई बेहतर करने जैसे कार्यों पर फोकस किया जा रहा है। मंत्री का यह भी कहना है कि लाइन लास और चोरी कम करने के लिए टीमें खास तरह से काम रही हैं।