Breaking News : विरोध देखकर Cm Manohar lal ने आंवली का दौरा किया रद, पत्र जारी करके कही यह बात
सीएम मनोहर लाल को रविवार को गोहाना के आंवली गांव में आना था। वे दिवंगत पूर्व विधायक किताब सिंह मलिक की तेरहवीं में हिस्सा लेने के लिए आने वाले थे।

सीएम मनोहर लाल को रविवार को गोहाना के आंवली गांव में आना था। वे दिवंगत पूर्व विधायक किताब सिंह मलिक की तेरहवीं में हिस्सा लेने के लिए आने वाले थे। परंतु शनिवार को रोहतक में जो हुआ उसे देखते हुए सीएम ने अपना आंवली का कार्यक्रम रद कर दिया है। सीएम ने एक पत्र जारी कर लिखा है कि किताब सिंह के देहावसान का समाचार मिलने पर अत्यंत दुख की अनुभूित हुई है। मेरी बड़ी प्रबल इच्छा थी कि उनके पैतृक गांव आंवली आकर उनको श्रद्धांजलि दूं और प्रार्थना करूं कि भगवान उनको अपने चरणों में स्थान दे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से आंदाेलन के नाम पर विरोध का जो रवैया कुछ पार्टियों ने अपनाया हुआ है उसको देखते हुए मैं नहीं चाहता कि स्वर्गीय किताब सिंह मलिक की श्रद्धांजलि सभा राजनीतिक विवाद की भेंट चढ़ जाए।
सीएम ने पत्र में लिखी यह बात
मेरे प्यारे सभी आंवली वासियों, जन जन के प्यारे और बहुत ऊंचे कद के नेता किताब सिंह मलिक जी के के देहावसान का समाचार मिलने पर अत्यंत दुख की अनुभूित हुई है। किताब सिंह मलिक जी ने दो बार हरियाणा विधानसभा में गोहाना हलके का प्रतिनिधित्व किया, वो एक अच्छे राजनीतिज्ञ के तौर पर दशकों तक काम करते रहे। मेरी बड़ी प्रबल इच्छा थी कि उनके पैतृक गांव आंवली आकर उनको श्रद्धांजलि दूं और प्रार्थना करूं कि भगवान उनको अपने चरणों में स्थान दे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से आंदाेलन के नाम पर विरोध का जो रवैया कुछ पार्टियों ने अपनाया हुआ है उसको देखते हुए मैं नहीं चाहता कि स्वर्गीय किताब सिंह मलिक की श्रद्धांजलि सभा राजनीतिक विवाद की भेंट चढ़ जाए। क्योंकि आंदोलन के नाम पर जो उन्माद लोगों में भरा जा रहा है वो सामािजक एकता के लिए निश्चित तौर पर बहुत ही खतरनाक संकेत है।
सीएम ने लिखा कि यह सभी जानते हैं कि सामाजिक मर्यादाओं को कलंकित करने वाले ये लोग मुट्ठी भर ही हैं। कुछ लोग गैर जिम्मेदाराना हरकत भी करें तो भी हमें तो समझदारी से ही काम लेना होगा। सामािजक ताने बाने और शांति बनाए रखने के लिए मैंने निर्णय लिया है कि पूरे गांव के लोगों के एकमत होने पर ही मैं आपके गांव में आने का कार्यक्रम बनाऊंगा। आंदोलन और उन्माद के फर्क को हम अच्छी तरह समझते हैं। हम हरियाणवियों की सामाजिक एकता को भंग करने का कहीं से भी दोषी नहीं बनना चाहते। सामािजक मर्यादाओं को बनाए रखना हम सबका सामूिहक दायित्व है। इसिलए हमने सहनशीलता और धैय का सहारा लिया है। किताब सिंह मलिक जी की श्रद्धांजलि सभा में विवाद बने और वो भी मेरे आंवली आने से ऐसा हो, उससे मैं बचना चाहूंगा।
भाकियू ने भी दी थी चेतावनी
सीएम के आंवली के दौरे के लेकर भाकियू ने शुक्रवार को साफ कह दिया था कि सीएम का हैलीकॉप्टर किसी भी कीमत पर आंवली गांव में बने हैलीपैड पर उतरने नहीं दिया जाएगा। प्रशासन ने सीएम के हैलीकॉप्टर के उतरने के लिए हैलीपैड गांव आंवली में ही बनाया था। भाकियू नेताओं ने तीखे लहजे में कहा था कि इलाके को सीएम मनोहर लाल की संवेदना की कोई जरूरत नहीं है।