गुरुकुल के उद्घाटन समारोह में विरोध, भाजपा महिला मंत्री काे कार्यक्रम करना पड़ा रद
महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा के निजी कन्या गुरुकुल के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने को लेकर रविवार को बवाल खड़ा हो गया।

कलायत के गांव खेड़ी लांबा के पास प्रदर्शन करते किसान।
हरिभूमि न्यूज. कलायत
कलायत में राजकीय महिला कालेज को बस स्टैंड से जोड़ने वाले मार्ग का निर्माण व अन्य विकास कार्यों पर रोक लगाने के बीच हरियाणा महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा के निजी कन्या गुरुकुल के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने को लेकर रविवार को बवाल खड़ा हो गया। किसानों और कलायत क्षेत्र के युवा संगठनों द्वारा किए जा रहे विरोध को देखते हुए आखिरकार मंत्री के आगमन का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।
महिला मंत्री के गांव खेड़ी लांबा स्थित गुरुकुल में आगमन की तैयारियों की सूचना जैसे ही किसानों को मिली भारी तादाद में ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल और पैदल डगर तय करते हुए प्रदर्शनकारियों के बड़े कारवां ने गुरुकुल के नजदीक पड़ाव डाल लिया। प्रदर्शनकारी हाथों काले झंडे लिए हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने विरोध स्वरूप गांव और शहरी क्षेत्र में रोष मार्च निकाला गया। इसमें बड़े-बुजुर्ग और युवा शामिल रहे। इस दौरान गली-गली और सड़कों पर लोगों को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का न्यौता दिया गया। देखते ही देखते भारी भीड़ आयोजन स्थल के पास जमा हो गई। किसानों और आम लोगों ने हरियाणा को पंजाब से जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित खेड़ी लांबा गांव के पास डेरा डाल लिया। प्रदर्शनकारियाें ने कहा कि महिला मंत्री की कलायत के जनहित कार्यों के प्रति बेरुखी और निजी क्षेत्र में रुचि जग जाहिर हो चुकी है। किसानों और विभिन्न संगठनाें से जुड़े लोगों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि महिला मंत्री को बतौर मुख्य अतिथि कलायत में आगमन का न्यौता देेेने वाले दी कन्या गुरुकुल और इनसे संबंधित संस्थानों के बहिष्कार का फैसला सर्वसम्मति से लिया है। चाहिए तो यह था कि सरकारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नेताओं द्वारा कदम उठाए जाते। इसके विपरीत सरकारी संस्थानों को पछाड़ने के लिए निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है।