Mausam Ki Jankari : हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली और राजस्थान में फिर होगी बरसात, किसानों के लिए अलर्ट
पहले मौसम विभाग ने 13 सितंबर तक बरसात की संभावना जताई थी, लेकिन अब बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय सिस्टम फिर से बना रहा है। जिससे 16, 17 व 18 सितंबर को फिर से बरसात की संभावना बन गई है। ऐसे में अभी किसानों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।

मौसम की जानकारी
हरिभूमि न्यूज : नारनौल
सितंबर माह में हो रही लगातार बरसात ने किसानों को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि इस समय बाजरा, ग्वार व कपास की फसल पैककर तैयार है, लेकिन बरसात के चलते यह फसलें खराब होने के कगार पर पहुंच गई हैं। ऐसे में किसान भगवान से यहीं प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द मौसम साफ हो जाए, ताकि वह अपनी फसल सही से निकालकर घर ले जा सकें, लेकिन मौसम साफ होने का नाम ही नहीं ले रहा। पहले मौसम विभाग ने 13 सितंबर तक बरसात की संभावना जताई थी, लेकिन अब बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय सिस्टम फिर से बना रहा है। जिससे 16, 17 व 18 सितंबर को फिर से बरसात होने की संभावना बन गई है। ऐसे में अभी किसानों को राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
नारनौल के राजकीय महाविद्यालय के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डा. चंद्रमोहन ने बताया सितंबर में एक के बाद एक मानसूनी मौसमी तंत्र बन रहे हैं। पहले मौसमी तंत्र से लगातार हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली, राजस्थान पर अभी भी बारिश चल रही है। अब मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक और चक्रवातीय सिस्टम बन रहा है, जो धीरे-धीरे वेलमार्क लो प्रेशर एरिया में बदल जाएगा। इसके बाद भारत के मध्य भाग से होता हुआ उत्तर पश्चिम की ओर आने की यानी राजस्थान तक आने की प्रबल संभावनाएं बन रही है। अगर यह ट्रैक भारतीय मौसम विभाग के गणितीय मॉडल के अनुसार अपने निर्धारित मार्ग चला तो पूरे राजस्थान पर इसका प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा। जबकि दक्षिणी हरियाणा, एनसीआर, दिल्ली पर भी इसका जरूर प्रभाव पड़ेगा। जिससे क्षेत्र में फिर से झमाझम बारिश होने की प्रवल संभावनाएं बन रही है।
उन्होंने बताया कि 16, 17 व 18 सितंबर तक या आगे तक इसके प्रभाव के चलते क्षेत्र में कहीं हल्की, तो कहीं सामान्य, तो कहीं भारी बारिश हो सकती है। अभी पहले वाले मौसमी तंत्रों से बारिश बनी हुई है, यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा। जिसके चलते संपूर्ण क्षेत्र में बादल छाए रहेंगे। हाल की बारिश की वजह से तापमान में 6.7 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आई है। जिससे आमजन को बड़ी राहत मिली है। वहीं इस प्रकार की बारिश से किसानों की समस्या बढ़ने लगी है, लेकिन यह बरसात रबि फसल के लिए लाभदायक साबित होगी।